सिख विरोधी दंगा : एसआइटी ने दबोचे तीन और आरोपित,अब तक 22 गिरफ्तार

गिरफ्तारी करने में दिल्ली एसआईटी से कानपुर एसआईटी आगे निकली

कानपुर (आरएनएस)।  सिख विरोधी दंगे की जांच कर रही एसआईटी ने तीन और आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इस तरह अबतक 22 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। एसआईटी द्वारा तीन आरोपितों की पहली गिरफ्तारी घाटमपुर से करने के बाद सिख विरोधी दंगे में 38 साल बाद पीडि़तों को न्याय की उम्मीद जागी है। आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर कानपुर की एसआईटी अब दिल्ली एसआईटी से भी आगे निकल गई है।
गुरुवार को एसआईटी ने तीन और आरोपितों चंद्र प्रताप सिंह (67) पुत्र शिवप्रताप सिंह निवासी जी बी ब्लॉक पनकी, गुड्डू (61) उर्फ अनिल निगम पुत्र रामभजन निगम निवासी क्च ब्लॉक पनकी व मूल निवासी बांदा, रामचंद्र पाल (66) पुत्र सय्यदीन पाल निवासी दबौली कानपुर को गिरफ्तार किया है। इस तरह अबतक 22 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं दो दिन पहले चार हत्याकांड में वांछित पूर्व पार्षद कैलाश पाल ने समर्पण किया था। किदवई नगर हत्याकांड के तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तारी करने में दिल्ली एसआईटी से कानपुर एसआईटी आगे निकल गई है। दिल्ली की एसआईटी ने 293 मामलों में 65 की जांच की है और 57 में एफआर लगायी है। जबकि आठ में छह मामलों में चार्जशीट दाखिल की है। इनमें एक मामले में 12 आरोपित थे, जिन्होंने अदालत में आत्मसमर्पण किया। जबकि कानपुर की एसआईटी अब तक 22 आरोपितों की गिरफ्तारी कर चुकी है।