
पौड़ी। मुख्य शिक्षाधिकारी ने यमकेश्वर ब्लाक के एक शिक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि उक्त शिक्षक ने विद्यालय के अन्य शिक्षकों व कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज अपने घर में रखे हैं। जिससे विभागीय कार्यों के संपादन में दिक्कतें हो रही हैं। उक्त शिक्षक को वित्तीय अनियमितता के आरोप में निलंबित भी किया गया था। मुख्य शिक्षाधिकारी मदन सिंह रावत ने यमकेश्वर ब्लाक के जनता इंटर कालेज चमकोटखाल के एक प्रवक्ता पर एफआईआर दर्ज कराए जाने के लिए विद्यालय के प्रबंध संचालक को निर्देश दिए हैं। सीईओ ने बताया कि उक्त शिक्षक को नवंबर 2017 को विद्यालय के प्रबंधन संचालन मंडल ने वित्तीय अनियमितता के आरोप में निलंबित किया था। उक्त प्रवक्ता विद्यालय में प्रभारी प्रधानाचार्य के दायित्व पर थे। सितंबर 2019 में उच्च न्यायालय के निर्देश पर जांच के बाद शिक्षक को बहाल कर दिया गया था। लेकिन शिक्षक ने बहाली के एक वर्ष बाद भी विद्यालय में तैनाती नहीं दी है। उक्त शिक्षक प्रभारी प्रधानाचार्य के पद पर तैनाती की जिद पर अड़ा है। बताया कि उक्त शिक्षक ने विद्यालय के अन्य शिक्षकों व कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपने घर में रखा है। पूर्व में एक बार जिलाधिकारी के आदेश पर उक्त शिक्षक के कार्यालय की अलमारी का ताला तोडक़र दस्तावेज निकाले गए थे। लेकिन अभी भी कुछ सेवा पुस्तिकाएं व दस्तावेज शिक्षक के पास ही हैं। जिससे विभागीय कार्यो में दिक्कतें हो रही है। सीईओ रावत ने संबंधित विद्यालय के प्रबंधक संचालक को शिक्षक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।