शीशमबाड़ा प्लांट को नहीं हटाया तो व्यापक स्तर पर होगा आंदोलन

विकासनगर। पछुवादून संयुक्त समिति ने शीशमबाड़ा प्लांट को तत्काल अन्यत्र शिफ्ट करने की मांग की है। कहा कि शासन ने प्लांट को शिफ्ट करने के लिए कमेटी का गठन किया। जनता से प्लांट को हटाने का वायदा कर आश्वासन भी दिए। लेकिन अब तक प्लांट को शिफ्ट करने के नाम पर जनता गुमराह करने के अलावा कुछ नहीं किया। समिति ने कहा कि तत्काल प्लांट को हटाने की कार्रवाई नहीं की जाती तो व्यापक स्तर पर फिर से आंदोलन किया जायेगा। पछुवादून संयुक्त समिति के अध्यक्ष चैतन्य अनिल गौड और महामंत्री राज गंगसारी ने रविवार को कहा कि कूड़ा डोर टू डोर कलेक्शन और प्रबंधन समय की मांग है। लेकिन जरूरी ये है कि नगर पंचायत,जन प्रतिनिधि और सभी जिम्मेदार प्रभावशाली लोग आगे आकर पूरी तन्मयता के साथ शीसमबाड़ा प्लांट को पहले यहां से हटाए। प्लांट से पीड़ित जनता के इतने विरोध और प्रयास के बाद भी प्लांट को स्थानांतरण के नाम पर महज खानापूर्ति हो रही है। कहा कि जनता का बेवकूफ बनाया जा रहा है। शीशमबाड़ा प्लांट स्थानांतरण इस क्षेत्र की पहली प्राथमिकता है। प्लांट की अव्यवस्था से पूरे इलाके में हर वक्त व्याप्त असहनीय दुर्गंध की शिकायत पर नगर निगम ने नई कंपनी को कूड़ाघर प्रबंधन का जिम्मा सौंपने की दलीलें दीं। लेकिन 26 नवंबर को नई कंपनी द्वारा संचालन आरंभ होने के बाद दुर्गंध और अधिक बढ़ गयी है। पछवादून संयुक्त समिति निरंतर नई कूड़ा प्रबंधन कंपनी के कार्यों को मॉनीटरिंग कर रही है। लेकिन अब तक के परिणाम यह हैं कि कंपनी का नाम बदल गया है और कार्यशैली पुराने ढर्रे पर ही है। लगातार दुर्गंध से लोग परेशान हैं। कहा कि सरकार यदि अपने वायदे के मुताबिक प्लांट को अन्यत्र शिफ्ट नहीं करती है तो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।