शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने की राहुल गांधी को हिंदू धर्म से बहिष्कृत करने की घोषणा

कहा, सनातन धर्म और धर्म ग्रंथों के बारे में अपशब्द कहने का अधिकार किसी को नहीं : शंकराचार्य
हरिद्वार(आरएनएस)। बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के दर्शन करने के बाद ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मंगलवार फिर दोहराया कि राहुल गांधी को हिंदू धर्म से बाहर कर दिया गया है। हरिद्वार के कनखल स्थित शंकराचार्य मठ में रात्रि विश्राम के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सनातन धर्म के धर्मग्रंथ मनु स्मृति के बारे में गलत बयानबाजी की इसलिए उन्होंने राहुल गांधी को हिंदू धर्म से बाहर कर दिया है।
अविमुक्तेश्वरानंद ने बताया कि प्रयागराज कुंभ के दौरान राहुल गांधी ने संसद में मनु स्मृति के बारे में गलत बयानबाजी की तो उनकी और सभी साधु संतों ने पत्र भेजकर राहुल गांधी से जवाब मांगा था। 1 महीने तक जवाब न मिलने पर उन्हें दोबारा से रिमाइंडर भेजा गया। अब तीन महीने बाद भी जवाब न मिलने पर राहुल गांधी को हिंदू धर्म से बहिष्कृत किया गया है।
शंकराचार्य ने कहा कि सनातन धर्म और धर्म ग्रंथों के बारे में अपशब्द कहने का अधिकार किसी को नहीं है। जिस संविधान की बात राहुल गांधी करते हैं इस संविधान में किसी भी धर्म के प्रति चोट न पहुंचाने के बारे में भी लिखा गया है। इसलिए उन्हें ज्योतिष पीठ ने हिंदू धर्म से बहिष्कृत किया गया।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने वक्फ बोर्ड के सवाल पर कहा कि पहले की सरकार ने वक्फ बोर्ड बनाया तो अब की सरकारों को उसे भंग कर देना चाहिए। आज देश में भूमि की कमी है और वक्फ बोर्ड ने जमीनों पर कब्जा कर रखा है। वक्फ बोर्ड में संशोधन की जगह उसे भंग कर देना चाहिए लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही है। उन्होंने चारधाम यात्रा में व्यवस्थाओं की सराहना की और बताया कि अभी तक चारधाम यात्रा सुगम और सुरक्षित संचालित हो रही है। आशा करते हैं कि भविष्य में भी ऐसे ही यात्रा चलती रहेगी।
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
दरअसल, नेता विपक्ष राहुल गांधी ने पिछले दिनों लोकसभा में हाथरस गैंगरेप की घटना का जिक्र करते हुए मनुस्मृति पर एक टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था, ‘कुछ दिन पहले मैं हाथरस गया। हाथरस में चार साल पहले एक लड़की का बलात्कार होता है। गैंगरेप होता है। तीन-चार लोग गैंगरेप करते हैं। मैं दो-तीन दिन पहले उस लड़की के घर गया। जिन्होंने गैंगरेप किया वो बाहर घूम रहे हैं और लड़की का परिवार अपने घर में बंद है। लड़की का परिवार बाहर नहीं जा सकता है, जो अपराधी है वो उन्हें रोज धमकाते हैं और बाहर घूम रहे हैं। परिवार ने कहा कि उन्हें बेटी का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया। मुख्यमंत्री ने मीडिया में झूठ बोला। यह संविधान में कहां लिखा है कि जो बलात्कार करते हैं वो बाहर रहें और जिसका रेप हुआ उस परिवार को बंद कर दिया जाए। कहां लिखा है संविधान में, यह आपकी किताब में लिखा है, मनुस्मृति में लिखा है मगर संविधान में नहीं लिखा है। अगर आप कहते हो कि यूपी में आपका राज है और संविधान नहीं लागू होता है।’ प्रयाराज धर्म संसद के दौरान राहुल गांधी के इस बयान पर निंदा प्रस्ताव पास किया गया था और उनसे जवाब मांगा गया था।
जो मनुस्मृति को अपना नहीं मानता वह हिंदू नहीं: शंकराचार्य
शंकराचार्य ने राहुल गांधी को हिंदू धर्म से बहिष्कृत करने की घोषणा करते हुए कहा, ‘राहुल गांधी की बातों से दो बातें साफ हो गईं। एक उन्होंने कहा कि तुम्हारी किताब में लिखा है, तुम्हारी किताब शब्द बताता है कि राहुल गांधी मनुस्मृति को अपनी किताब नहीं मानते। जो भी हिंदू हैं वो मनुस्मृति को मानते हैं। केवल मनुस्मृति नहीं 18 स्मृतिया हैं, वही धर्म शास्त्र हैं। मनुस्मृति हम हिंदुओं का धर्म ग्रंथ है। जो मनु स्मृति को अपनी किताब नहीं मानता है तो वह हिंदू कैसे हो सकता है? फिर भी उन्हें मंदिर-मंदिर घूमते हुए देख हमने उनसे सवाल किया था। आपने कहा कि मनुस्मृति बलात्कारियों का संरक्षण किया है, ऐसा आक्षेप आपने किया है। दूसरा आपने कहा कि तुम्हारी किताब यानी आप उसे अपनी किताब नहीं मानते। इस विषय में उनसे जवाब मांगा गया था। एक महीने में जवाब नहीं मिला तो दूसरा और तीसरा रिमाइंडर भेजा गया। उसका भी जवाब नहीं आया है। तीन महीने हो चुके हैं।’