सेठी बेलसारी गांव में 30 से ज्यादा दुधारू पशु बीमार, कुछ की मौत,

पशुपालन विभाग ने जताई रेबीज फैलने की आशंका

नैनीताल। बेतालघाट ब्लॉक के सेठी बेलसारी गांव में पशुपालकों के मवेशी बीमारी की चपेट में आ गए है। दो – तीन दुधारु मवेशियों की मौत भी हो चुकी है। जबकि करीब तीस से ज्यादा मवेशी गंभीर हालत में बीमार है। पशुओं के एकाएक बिमार पडऩे व मौत होने से गांव में हडक़ंप मच गया है।पशुपालन विभाग का दल भी गांव में जाकर बिमार पशुओं के उपचार में जुट गया है। पर्वतीय क्षेत्र में एक और जहां किसान चौतरफा मार से परेशान है तो वहीं अब गांवों में एकमात्र आय का साधन पशुपालन भी पशुपालकों के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है। बेतालघाट ब्लॉक के सेठी बेलसारी गांव में पशुपालकों के मवेशी बीमारी की चपेट में आने से बेहाल है। करीब तीस से ज्यादा मवेशी गंभीर हालत में बीमार पड़े हैं तो वहीं करीब तीन चार मवेशियों की मौत भी हो चुकी है। दुधारू पशुओं की मौत हो जाने से पशुपालकों को नुकसान हो रहा है तो वहीं गंभीर हालत में पहुंच चुके मवेशियों की हालत भी ठीक नहीं है। स्थानीय प्रताप सिंह, लक्ष्मण सिंह, नवीन भंडारी सहित कई पशुपालकों के दुधारू पशु गंभीर हालत में है। लगातार पशुओं के बीमार पडऩे के बाद सूचना अमेल स्थित पशुपालन केंद्र को दी गई। सूचना मिलने के बाद पशुपालन विभाग के कर्मचारी गांव पहुंचे और बीमार पशुओं को उपचार दिया गया। विभागीय अधिकारियों के अनुसार ग्रामीणों को जागरूक भी किया जा रहा है। बीमार पशुओं को उपचार दिया जा रहा है। पशुओं की हालत इतनी बिगड़ चुकी है कि अब उन्होंने पानी व घास खाना तक छोड़ दिया है।

पशुपालकों को मुआवजा दिए जाने की मांग:

स्थानीय लोग बताते हैं कि कुछ दिन पूर्व एक आवारा कुत्ते ने कुछ पशुओं को काट दिया था तब से ही पशु बीमार पडऩे लगे हैं। स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। ग्राम प्रधान नंदी खुल्बे के अनुसार पशु चिकित्सालय की टीम को भी सूचना दे दी गई है। बताया कि दुधारु मवेशियों के साथ ही पालतू कुत्ते भी बीमार हैं। ग्राम प्रधान ने पशुपालकों को मुआवजा दिए जाने की मांग भी उठाई है।
पशु चिकित्साधिकारी डॉ. हरजीत सिंह ने बताया कि कुछ दिन पूर्व एक आवारा कुत्ते के गांव के कई जानवरों को नाखून लगाने तथा काटने की बात सामने आई है। संभवत मवेशी रैबीज बीमारी की चपेट में आ गए हैं। उपचार दिया जा रहा है। विशेष टीम का गठन भी किया गया है। ग्रामीणों को जागरुक भी कर रहे हैं।


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