सर्विस और मरम्मत को गैराज में दी कार फर्जीवाड़े से बेची

देहरादून(आरएनएस)।  सर्विस और मरम्मत के लिए गैराज में दी गई कार गायब हो गई। इतना ही नहीं इसके कुछ समय बाद कार का मालिक भी फर्जीवाड़े से बदल गया। जिस व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी हुई, उन्होंने कोर्ट में अपील की। कोर्ट के आदेश पर मामले राजपुर थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है। प्रत्यूष उपाध्याय निवासी हिल व्यू आर्केड सहस्रधारा ने कोर्ट में अपील की। कहा कि आठ अगस्त 2024 को अपनी फोर्ड इंडेवर कार को सर्विस और मरम्मत के लिए पार्ट्स ऑन व्हील गैराज में दिया था। गैराज के मालिक अनुराग शर्मा निवासी धोरण रोड ने उन्हें दो दिन के भीतर सर्विसिंग पूरी कर वाहन लौटाने का आश्वासन दिया था। जब उपाध्याय ने दो दिन बाद वाहन की स्थिति पूछी, तो उन्हें पार्ट्स की अनुपलब्धता का हवाला देकर कुछ और दिनों तक प्रतीक्षा करने को कहा गया। 13 अगस्त 2024 को कार मालिक को मैसेज आया कि उनका वाहन डिलीवर कर दिया गया है। मैसेज में सर्विस का बिल भी शामिल था। उपाध्याय उसी दिन गैराज पर पहुंचे। तब उन्हें बताया गया कि उनका वाहन किसी आयुष आनंद को दे दिया गया है। जब उन्होंने इसका कारण पूछा तो कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। कार की डिलीवरी किसी आयुष आनंद को दिए जाने की जानकारी दी गई। कार की आरसी, इंश्योरेंस समेत अन्य दस्तावेज उसके अंदर थे। पीड़ित को कई दिनों तक भी कार नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने जांच कराई तो पता लगा कि उनकी कार किसी पारस नाथ चौबे के नाम पर ट्रांसफर हो गई है। पीड़ित ने कहा कि उन्होंने किसी विक्रय पत्र पर हस्ताक्षर नहीं किए और न ही कार बेची। उपाध्याय ने 17 अगस्त 2024 को थाना राजपुर में शिकायत दर्ज कराई। केस दर्ज नहीं हुआ तो 11 सितंबर 2024 को एसएसपी को पत्र भेजा। इसके बाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। तब कोर्ट की शरण की। कोर्ट ने केस दर्ज करने का आदेश दिया। राजपुर थानाध्यक्ष पीडी भट्ट ने बताया कि मामले में गैराज मालिक अनुराग शर्मा निवासी धोरण रोड, आईटी पार्क, आयुष आनंद निवासी पनाष वैली और पारस नाथ चौबे निवासी आजाद कॉलोनी, मजारा और अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

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