सरकारी स्कूलों का लगातार होगा औचक मुआयना

देहरादून। गर्मियों की छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने के पहले ही दिन बड़ी संख्या में शिक्षकों की गैरहाजिरी को गंभीरता से लिया गया है। अब से नियमित रूप से प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों का औचक मुआयना किया जाएगा। बीते रोज प्रदेश स्तर पर किए गए औचक मुआयने में 303 प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक समेत 303 शिक्षक गैरहाजिर मिले थे। सभी का वेतन रोकते हुए जवाब तलब किया जा रहा है।
डीजी-शिक्षा बंशीधर तिवारी ने कहा कि यह वास्तव में गंभीर विषय है। शिक्षक समाज का आदर्श होते हैं। छात्र ही नहीं बल्कि पूरा समाज उनसे प्रेरणा लेता है। शिक्षकों को तो स्वयं ही अनुशासन और कार्यपरायणता की मिसाल पेश करनी चाहिए।

अधिवेशन के लिए छुट्टी का मसला उलझा
राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय अधिवेशन में डेलीगेट से इतर शिक्षकों को शामिल होने की अनुमति मिलना मुश्किल है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीमा जौनसारी ने शिक्षक संघ अध्यक्ष व महामंत्री को संझा के संविधान के अनुसार निर्णय लेने को कहा है। संघ के प्रांतीय चुनाव में मतदान का अधिकार केवल स्कूल से चुने जाने वाले डेलीगेट को ही है। ऐसे में प्रधानाचार्य पर निर्भर होगा कि वो अधिवेशन में शामिल होने के लिए कितने शिक्षकों को अवकाश की अनुमति देते हैं। प्रांतीय महामंत्री डॉ‘.सोहन सिंह माजिला ने कहा कि कई स्थानों पर कार्यकारिणी पदाधिकारी डेलीगेट नहीं है। ऐसे में उन्हें भी आने की अनुमति नहीं मिल पाएगी। इस संबंध में शिक्षा निदेशक से रियायत के लिए पुन: अनुरोध किया जाएगा। संघ का प्रांतीय अधिवेशन छह और सात जुलाई को अल्मोड़ा में है।