सरकारी नौकरियों में धांधली से बेरोजगार युवाओं का गुस्सा, डिग्री की प्रतिलिपियां फूंकी
बोले, माफी के लायक नहीं बैकडोर से नौकरी देने वाले राजनीतिक दलों के नेता
ऋषिकेश। सरकारी नियुक्तियों में धांधली और अनियमितताओं के खिलाफ सोमवार को बेरोजगार युवाओं ने प्रदर्शन किया। त्रिवेणीघाट परिसर में सांकेतिक धरना प्रदर्शन कर जनाक्रोश रैली निकाली गई। घाट चौक पर बेरोजगारों ने डिग्री की प्रतिलिपियां फूंकी। विधानसभा में बैकडोर से हुई भर्तियों को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने और नई भर्ती को पारदर्शिता से करवाने की मांग की। सोमवार को बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा ऋषिकेश के त्रिवेणीघाट परिसर में एकत्रित हुए। उत्तराखंड में सरकारी नियुक्तियों में धांधली का विरोध करते हुए नारेबाजी की। सांकेतिक धरना प्रदर्शन के दौरान आक्रोशित बेरोजगार युवाओं ने कहा कि बैकडोर से नौकरी देने वाले राजनीतिक दलों के नेता माफी के लायक नहीं है। ऐसे नेताओं का बहिष्कार किया जाना चाहिए। सरकार से मांग करते हुए कहा कि अधीनस्थ चयन आयोग की विवादित भर्तियों को निरस्त कर गड़बड़ी के दोषी व्यक्तियों को कड़ी सजा दी जाए। संघ लोक सेवा आयोग की तर्ज पर उत्तराखंड में भी परीक्षाओं की एक निर्धारित प्रणाली लागू की जाए। उत्तराखंड में बीते कई दिनों से हो रही भर्तियों में धांधलियों का खुलासा और बेरोजगारों के साथ हो रहे छलावे से मेहनत से शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र आक्रोशित है। जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलेगी बेरोजगार युवाओं का आंदोलन जारी रहेगा। धरना प्रदर्शन में हिमांशु रावत, पंकज, रमेश कपरूवाण, विजय आजाद, संजय सिल्सवाल, राजेश कुमार, रविंद्र, बृजेश, अभिषेक, आकांक्षा, मुस्कान, अंकित, आकाश, अतुल ध्यानी, मंयक बुटोला, सुरेंद्र, पुजा, सौरभ , बीरबल, गोविंद, गोपाल, मोनिका, दीपक आदि शामिल हुए।