सरकार की रोजगार को लेकर स्पष्ट नीति नहीं
अल्मोड़ा। हवालबाग ब्लॉक के दौलाघट में यूकेडी की बैठक हुई। इसमें कई मुद्दों पर चर्चा की गई। सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि सरकार की रोजगार को लेकर कोई स्पष्ट नीति नहीं है। जिससे प्रवासी युवा भी परेशान हैं। केन्द्रीय उपाध्यक्ष ब्रह्मानंद डालाकोटी ने कहा कि राज्य बनने के बाद जितनी तेजी से उत्तराखंड का विकास होना चाहिए था वह नही हो पाया इसलिये राज्य के युवाओं को राज्य बनने के बाद भी रोजी रोटी के लिए महानगरों की ओर ही पलायन करना पड़ा उनमें से जो कुछ युवा कोरोना महामारी के चलते वापस लौटे हैं उनको रोजगार देने की सरकार की कोई स्पष्ट नीति नहीं है इससे वह फिर पलायन को मजबूर हो रहे हैं। उन्हें रोजगार देने के नाम पर सरकार उन्हें बैंकों से ऋण देने का झुनझुना थमा रही है कोरोना आपदा के चलते जब बाजारों मे मंदी का माहौल है पहले से व्यवसाय कर रहे व्यवसायी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। बैंकों से ऋण लेकर ये युवा किस तरह बाजार में अपने व्यवसाय स्थापित कर चला पायेंगे यदि व्यवसाय नहीं चला तो ये युवा बैंक कर्जदार बन फिर पलायन को मजबूर हो जायेंगे इसलिये सरकार को इन युवाओं को रोजगार देने के लिए सरकारी सहकारी स्तर के छोटे छोटे उद्योग लगाने या फिर सरकारी रोजगार देने की नीति बनानी होगी। जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला ने कहा कि अंधाधुंध पलायन से परिसीमन मे विधानसभा की सीटे घटती जा रही है जिससे पर्वतीय क्षेत्र को मिलने वाला धन भी घटता जा रहा है। यहां हवालबाग विकास खण्ड स्तरीय कार्यकारिणी का भी गठन किया गया जिसमें विक्रम सिंह बिष्ट को अध्यक्ष पूरन चन्द्र बिष्ट को उपाध्यक्ष प्रयाग सिंह रौतेला को महामन्त्री शंकर दत्त तिवारी को कोषाध्यक्ष घनश्याम सिंह तडागी को संगठन मंत्री पंकज सिंह बिष्ट को प्रचार मंत्री कैलाश राम केवालानंद बिष्ट सचिन बिष्ट नीरज बिष्ट गोपाल बिष्ट कार्यकारिणी सदस्य चुने गये। यहां मुकेश सिंह, मनोहर सिंह, गोविन्द बिष्ट, गोपाल दत्त किशोर, बसन्त सिंह आदि रहे।