सरकार के पास नहीं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को देने के लिए वेतन

पिथौरागढ़। कोरोना के खतरे के बीच सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से काम तो पूरा लिया, लेकिन जब बात वेतन देने की आई तो सरकार की तिजोरी में धन नहीं है। बीते तीन माह से सीमांत की 1700 से अधिक कार्यकत्रियां वेतन को तरस गई हैं। इससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। जनपद में 1111 आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इनमें 1700 से अधिक कार्यकत्रियां कार्यरत हैं। बीते सितंबर माह से इन कार्यकत्रियों को वेतन नहीं मिला है। संगठन की प्रदेश अध्यक्ष दीपा पांडे ने कहा कोरोना काल में जब सब लोग घरों में कैद थे, उस दौरान भी कार्यकत्रियों ने अपने दायित्वों का बखूबी निर्वाह किया। प्रवासियों की देखरेख करनी हो या फिर कोरोना संक्रमित के घर जाकर उस पर निगरानी रखनी हो, कार्यकत्रियों ने पूरी ईमानदारी के साथ अपना कार्य किया है। कहा ऐसे में सरकार को कार्यकत्रियों को बोनस देना छोड़ उनका मेहनताना भी नहीं दिया जा रहा है। इससे कार्यकत्री के सामने परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो गया है। कहा इस संबंध में वे कई बार निदेशालय को ज्ञापन भेज चुकी है, लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। कहा अगर शीघ्र ही कार्यकत्रियों को वेतन जारी नहीं किया गया तो वे सडक़ पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे।