सड़क का काम शुरू नहीं होने पर महिलाओं का प्रदर्शन

विकासनगर। मुख्यमंत्री की घोषणा के सत्रह साल बाद भी कनबुआ-किमोठा मोटर का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने पर सोमवार को महिलाओं का धैर्य जवाब दे गया। महिलाओं के साथ लोगों ने लोक निर्माण विभाग कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विभाग की लापरवाही के कारण आज भी लोगों को पांच किलोमीटर की चढ़ाई चढ़ने के बाद मुख्य सड़क पर पहुंचना पड़ता है। लोगों ने जल्द सड़क का निर्माण शुरू कराने की मांग की है। चकराता विधानसभा के कालसी ब्लॉक के अंतर्गत किमोठा गांव के ग्रामीणों को आज तक मोटर मार्ग से नहीं जोड़ा गया है। जिससे आक्रोशित होकर किमोठा गांव के ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग साहिया कार्यालय में विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया। ग्राम प्रधान सरिता देवी का कहना है कि किमोठा मोटर मार्ग के लिए 2006 में मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा की गई थी। विभाग की जांच आख्या के अनुसार वर्ष 2021 के मुख्यमंत्री घोषणा पत्र में किमोठा मोटर मार्ग स्वीकृत पाया गया है। बताया कि ग्रामीणों द्वारा कई बार शासन को मोटर मार्ग के संबंध में ज्ञापन दिए जा चुके हैं। बावजूद 17 साल से भी अधिक समय बीत जाने के बाद मोटर मार्ग का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। जिससे कि ग्रामीणों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों को अपने रोजमर्रा का सामान पांच किलोमीटर खड़ी चढ़ाई चढ़कर अपने गांव पहुंचाना पड़ता है। जिसमें ग्रामीणों को समय और धन की बर्बादी होती है। बताया कि किमोठा कनबुआ पांच किलोमीटर मोटर मार्ग का सर्वे भी हो चुका है। लेकिन इसके बावजूद विभाग निर्माण कार्य शुरू करने के बजाए खामोश बना हुआ है। ग्रामीणों के धरना प्रदर्शन के जानकारी मिलते ही लोनिवि की सहायक अभियंता राधिका शर्मा ने धरना स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि एक सप्ताह के भीतर राजस्व विभाग व वन विभाग के साथ संयुक्त निरीक्षण कर आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि एक सप्ताह के भीतर कार्रवाई शुरू नहीं की गई तो लोनिवि कार्यालय पर तालाबंदी करेंगे। प्रदर्शनकारियों में नवीन, रमेश, प्रकाश, रविंदर, राजेंद्र, गुमान सिंह, दयाराम, जगत सिंह, विक्रम सिंह, चतर सिंह तथा महिलाओं में मिमो देवी, सेमानी देवी पीरों देवी, नारायणी देवी, संतो देवी, मीरा देवी, विनीता, लक्ष्मा आदि शामिल रहे।