रूपकुंड ट्रैक खोलने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था बने
चमोली(आरएनएस)। मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में वाण, कुलिग, दीदिना, लोहाजग, मुदोली, वाक आदि ग्रामीणों ने कहा है रात्रि विश्राम के लिए सरकार को वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए। जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके। दरसल रूपकुंड की यात्रा बहुत कठिन चढ़ाई पैदल यात्रा है। वाण गांव तक वाहन से पहुंचा जा सकता है। उसके बाद यह यात्रा पैदल होती है। गैरोलीपातल से रूपकुंड 18 किमी खड़ी चढ़ाई पार कर पहुंचा जा सकता है। पर्यटक एक दिन में आवाजाही नहीं कर सकता है। रात्रि विश्राम की कोई व्यवस्था न होने के कारण रूपकुंड ट्रैक बंद है। पूर्व डिप्टी रेंजर वाण पीएस बिष्ट, रूपकुंड विकास समिति के अध्यक्ष इन्द्र सिंह राणा, पूर्व क्षेपंस हीरा सिंह पहाड़ी, व्यापार संघ अध्यक्ष लोहाजंग प्रदुम्न सिंह, जिपंस कृष्णा बिष्ट, हीरा गढ़वाली ने वन मंत्री को भेजे ज्ञापन में बताया है कि रूपकुंड ट्रैक को खोला जाए तभी लोगो को रोजगार मिल पाएगा। इसके लिए उपयुक्त स्थान बगुवावासा है। रूपकुंड एडवेंचर पर्यटन क्षेत्र में आता है। यदि इस क्षेत्र में रात्रि विश्राम की व्यवस्था बनाई जाए तो रूपकुंड ट्रैक शुरू हो जाएगा।