राष्ट्रीय बालिका दिवस पर किया उत्तराखंड बोर्ड की 159 टॉपर छात्राओं को स्मार्ट फोन और प्रशस्तिपत्र से सम्मानित

देहरादून। राष्ट्रीय बालिका दिवस उत्तराखंड बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की 159 टॉपर छात्राओं के लिए खुशियों का दिन बनकर आया। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य ने छात्राओं को स्मार्ट फोन और प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया। हर जिले से हाईस्कूल और इंटर की प्रथम तीन और हर ब्लॉक से इंटरमीडिएट की एक टॉपर को स्मार्ट फोन दिया गया है। रविवार को आईआरडीटी ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में रेखा आर्य ने कहा कि देश तभी सशक्त होगा जब देश की हर किशोरी सशक्त होगी। केंद्र और राज्य सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढाओं के संकल्प के साथ काम कर रही हैं। यही वजह से है आज उत्तराखंड सबसे बेहतर लिंगानुपात वाले देश के टॉप-10 राज्यों में शामिल है। आर्य ने अभिभावकों से भी अपील की कि वो बेटी और बेटे में कोई भेद न करें। यदि बेटी ही न होगी तो बेटे की कल्पना भी नहीं की जा सकती। बेटियों को बचपन से आत्मनिर्भर होने की सीख देनी होगी। यदि बेटियों को बराबरी का अधिकार और प्यार मिलेगा तो जल-थल-नभ में हर क्षेत्र में वो आगे दिखाई देंगी। बीच बीच में मंत्री सभागार में बैठी छात्राओं और उनके अभिभावकों से भी सीधा संवाद करतीं रहीं। एक बार कहा कि, भाई मेरी बात समझ आ रही हैं न ?
जवाब मिला हां तो आर्य मुस्कुराते हुए बोली तो फिर तालियां क्यों नहीं बज रहीं हैं? साइलेंट जोन में हैं क्या? फिर उन्होंने छात्राओं से कहा कि देखिए आपकों मोबाइल दे रहे हैं तो इसका सदुपयोग ही करना है। ऐसा न हो कि अभिभावक हमको गालियां देते रहे कि कैसा फोन दिया कि बेटी दिन पर उसी पर व्यस्त है। मंत्री की साफगोई से छात्राएं और अभिभावक भी प्रभावित नजर आए। मेयर सुनिल उनियाल गामा ने एक शिक्षित बेटी ही सभ्य समाज की स्थापना कर सकती है। बेटियां पढेगी, आगे बढेंगी तभी देश का स्वाभिमान भी बढेगा। राजपुर विधायक खजानदास ने मेधावी छात्राओं को स्मार्ट फोन देने के फैसले का स्वागत किया। कहा कि बेटियों को जिस तरह से तरजीह देनी चाहिए, आज पूरा देश उस दिशा में बढ़ रहा है। इससे पहले मंत्री ने विभाग के सूचना प्रबंधन प्रणाली के पोर्टल का भी उदघाटन किया।
महिला ही महिला की दुश्मन: राजपुर विधायक खजानदास ने कहा कि कभी कभी देखा जाता है कि महिला ही महिला की दुश्मन होती है। सास-बहु वाले मामले इसे दर्शाते हैं। सास यह नहीं समझती की कि वो भी किसी की बेटी है। इसके निमित्त चिंता भी करनी चाहिए। मातृशक्ति का मान सम्मान भारत की परंपरा रही है। आदिकाल से ऐसा होता आया है। इसके निमित्त अपने संस्कारों को आगे बढ़ाना होगा।
भ्रूण हत्या करने वालों का नर्क में भी जगह नहीं: राज्यमंत्री रेखा आर्य ने कहा कि लोग देवी पूजा करते हैं, गंगा जी में स्नान-पूजा करते हैं। लेकिन बेटियों के प्रति दुराग्रह रखते हैं। भ्रूण हत्या करते हैं। ऐसे लोगों को तो नरक में भी जगह नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि कामकाजी परिवार में पति यदि दिन भर काम के बाद घर आता तो थकान मिटाने को ड्रिंक करता है। लेकिन महिला की थकान तो अपने बच्चों की मुस्कान देखकर ही दूर हो जाती है।
अफसरों को सम्मानित कर चौंकाया: राज्यमंत्री ने रविवार को स्मार्ट फोन वितरण कार्यक्रम से पहले विभागीय अफसरों को सम्मानित करने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया। दरअसल, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के अफसरों के साथ मंत्री की कभी ज्यादा नहीं बनी, खटपट ही ज्यादा रही है। पिछले दिनों आउटसोर्स एजेंसी के चयन को लेकर उनका विभागीय निदेशक और सचिव से काफी तकरार हुई। बाद में सीएम ने उनके तत्कालीन सचिव और निदेशक को हटा दिया था। आर्य ने कहा कि सीएम साहब ने हरिचंद्र सेमवाल के रूप में बहुत अच्छे अधिकारी विभाग को दिए हैं। आज स्मार्ट फोन वितरण कार्यक्रम भी उनके प्रयास का फल है। उन्होंने सेमवाल, के साथ उपनिदेशक एसके सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्र और क्षमा बहुगुणा को सम्मानित किया।

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