
अल्मोड़ा। एसएसपी देवेन्द्र पींचा के नेतृत्व में अपराध नियंत्रण अभियान के तहत रानीखेत पुलिस और एसओजी ने आर्मी क्षेत्र में हुई चोरी की वारदात का खुलासा करते हुए देहरादून से एक शातिर हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से पौने चार लाख रुपये से अधिक की कीमत का चोरी का माल बरामद हुआ है। गिरफ्तार आरोपी पर देहरादून सहित कई राज्यों में चोरी से संबंधित 24 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह थाना क्लेमनटाउन का हिस्ट्रीशीटर बताया गया है। मामला बीती 27 अक्तूबर का है, जब अमरदीप शर्मा, निवासी मंदिर लाइन, रानीखेत ने पुलिस को तहरीर दी थी कि अज्ञात व्यक्ति ने उनके और पड़ोसी के घर का ताला तोड़कर सोने-चांदी के आभूषण और नगदी चोरी कर ली है। मामले में कोतवाली रानीखेत में एफआईआर दर्ज की गई। घटना के बाद एसएसपी देवेन्द्र पींचा ने मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधिकारियों को शीघ्र चोरी का खुलासा करने और आरोपी की गिरफ्तारी के निर्देश दिए। उनके निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक हरबन्स सिंह और सीओ रानीखेत विमल प्रसाद के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रानीखेत अशोक धनकड़ और प्रभारी एसओजी भुवन जोशी के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। टीम ने तत्परता दिखाते हुए 80 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली और तकनीकी सुरागों के आधार पर बुधवार को आरोपी संतोष सिंह रावत (35 वर्ष) पुत्र धीरज सिंह रावत, निवासी नई बस्ती टावर, थाना क्लेमनटाउन, देहरादून को गिरफ्तार किया। उसके पास से चोरी किए गए सोने का पेंडेंट, दो अंगूठियां और 15,450 रुपये नगद बरामद किए गए। पुलिस के अनुसार बरामद माल की कुल कीमत लगभग तीन लाख छिहत्तर हजार रुपये है। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी 25 अक्तूबर को रानीखेत घूमने के बहाने आया था और एक स्थानीय होटल में ठहरा। उसने अगले दिन आर्मी क्षेत्र की रैकी की और 27 अक्तूबर की सुबह जब लोग नरसिंह ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में गए थे, तब अमरदीप शर्मा के बंद घर का ताला तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद आरोपी हल्द्वानी होते हुए देहरादून भाग गया। पुलिस के अनुसार आरोपी शातिर किस्म का आदतन अपराधी है, जो अक्सर आर्मी आवासीय क्षेत्रों में रैकी कर चोरी की घटनाओं को अंजाम देता है। उसकी गिरफ्तारी और माल बरामदगी के बाद पुलिस ने संबंधित धाराओं में वैधानिक कार्रवाई शुरू कर दी है। इस सफलता पर एसएसपी देवेन्द्र पींचा ने पुलिस टीम को पांच हजार रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया। टीम में उपनिरीक्षक कमाल हसन, बृजमोहन भट्ट, हेड कॉन्स्टेबल अवधेश कुमार, कॉन्स्टेबल अहसान अली और कमल गोस्वामी शामिल रहे।





