रामसेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करें: डॉ. महाजन
रुद्रपुर। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष ने केंद्र सरकार से रामसेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं रामसेतु से जुड़ी हैं। मंगलवार को अहिप कार्यालय में डॉ. आरके महाजन ने पत्रकार वार्ता की। उन्होंने रामसेतु को अभिलंब राष्ट्रीय धरोहर घोषित करने की बात कही। बतााय रामसेतु भारत के दक्षिण पूर्वी तट में रामेश्वरम और श्रीलंका के मन्नार दीप के बीच स्थित है। जिसकी लंबाई 48 किमी. है। त्रेतायुग में प्रभु श्रीराम वानर सेना के साथ इसी सेतु से लंका गए थे और रावण का वध किया था। कहा 2005 में यूपीए की सरकार ने इस सेतु को तोड़कर सेतु समुद्रम प्रोजेक्ट लाने की कोशिश की थी, जिसका हिंदूवादी संगठनों ने विरोध किया था। वकील सुब्रमण्यम स्वामी की याचिका पर उच्चतम न्यायालय ने 2007 में प्रोजेक्ट पर रोक लगा दी थी। अब एक याचिका माननीय उच्चतम न्यायालय में दाखिल की गई है कि करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए और इसके धार्मिक महत्व ध्यान में रखकर रामसेतु को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जाए। उन्होंने बताया नासा ने भी इस बात की पुष्टि की है कि रामसेतु का त्रेतायुग में निर्माण हुआ था।