पबजी खेलने के लिए 6 साल के मासूम को उतारा मौत के घाट, पहले फेविक्विक से चिपकाया मुंह फिर शौचालय में छिपाई लाश
नई दिल्ली (आरएनएस)। देवरिया जनपद के लार थाना क्षेत्र के हरखौली गांव से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे जानकर आप भी हैरान हो जायेंगे। यहाँ के निवासी गोरख यादव के अपहृत बेटे संस्कार यादव (6) वर्ष का शव पुलिस ने सुबह शिक्षक के मकान स्थित शौचालय से बरामद किया। आरोप यह है कि पढ़ाने वाले शिक्षक के पौत्र ने कोचिंग पढऩे आते 6 साल के संस्कार की हत्या की। आरोपी ने पुलिस को घटना के कारणों के बारे में बताया कि पबजी के खेलने को लेकर दादा और दादी हमेशा डांटते थे। इससे परेशान होकर दोनों को फंसाने के लिए संस्कार को मार डाला, ताकि जेल के सलाखों के पीछे भिजवा सकूं। हत्या करने के पहले गांव की दुकान से फेविक्विक खरीदकर लाया। इसके बाद संस्कार के मुंह में चिपका दिया, ताकि शोर न मचा पाए।
बताया जा रहा है कि हरखौली गांव निवासी संस्कार यादव तीन बहनों का इकलौता भाई था। वह गांव के ही नरसिंह शर्मा के घर प्रतिदिन कोचिंग पढऩे के लिए जाता था। घर वालों के अनुसार संस्कार बुधवार की दोपहर कोचिंग पढऩे के लिए गया था, लेकिन घर वापस नहीं आया। जिसके बाद घर वालों ने उसकी खूब तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला। जब पिता कोचिंग सेंटर पर गए तो जानकारी मिली की संस्कार बुधवार को पढऩे नहीं आया था। इसके बाद परिजन उसकी तलाश में जुट गए। देर शाम गांव के ही एक खेत में एक पत्र मिला। जिस पर यह लिखा था कि बालक के पिता गोरख यादव पांच लाख रुपये की व्यवस्था करें नहीं तो तुम्हारें लडक़े को नहीं छोड़ा जाएगा। यह पत्र मिलते ही परिवार सहित पूरे गांव में हलचल मच गई। घर वालों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। एसपी संकल्प अपनी टीम सहित मामले की जाँच में जुट गए। जिसके बाद कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षक के पौत्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने गुरुवार को सच्चाई उगल दी। आरोपी ने बताया कि गायब छात्र का शव शिक्षक के घर के दरवाजे पर स्थित शौचालय में है।
इस मामले में पुलिस ने बताया कि आरोपी अरुण शर्मा (18) ने पबजी खेलने का आदी है। इसके लिए दादा, दादी से अक्सर रुपये मांगता था। इस पर दादा, दादी आए दिन डांटते रहते थे। ग्रामीणों के अनुसार, कुछ दिन पहले आरोपी जान देने के लिए रेल लाइन के पास पहुंच गया था। पर लोगों ने उसे समझा बुझाकर लौटाया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार जुर्म कबूल करते हुए उसने पुलिस को बताया है कि दादा, दादी को जेल भेजवाने के लिए संस्कार की हत्या कर शव को शौचालय में छिपा दिया था।