अब चुनावी रणनीति नहीं बनाएंगे ममता की जीत के शिल्पकार

प्रशांत किशोर बोले-अब ब्रेक लेने और कुछ और करने का समय
कहा-एकतरफा नहीं थी बंगाल में भाजपा-टीएमसी की जंग
नई दिल्ली (आरएनएस)। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांंग्रेस की जीत के शिल्पकार रहे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने इस पेशे से दूरी बनाने की घोषणा की है। चुनाव नतीजे आने के बाद उन्होंने एक ब्रेक लेने और चुनावी रणनीति की जगह कोई और काम करने की इच्छा जाहिर की है। गौरतलब है कि प्रशांत किशोर ने चुनाव प्रचार के दौरान ही भाजपा के सीटों की संख्या तीन अंक तक नहीं पहुंचने की भविष्यवाणी की थी। प्रशांत ने कहा कि- मैं जो करता हूं, अब उसे जारी नहींं रखना चाहता। इस क्षेत्र में मैंने काफी कुछ किया है। अब मेरे लिए एक ब्रेक लेने ओर जीवन में कुछ और करने का समय है। मैं इस जगह को अब छोडऩा चाहता हूं। इस दौरान राजनीति में वापसी के सवाल पर उन्होंने खुद को विफल नेता बताया। उन्होंने कहा कि इस पर मुझे विचार करना होगा। वापस जा कर देखूंगा कि मुझे अब भविष्य में क्या करना है।
चुनावी रणनीतिकार ने कहा कि परिणाम में भले ही टीएमसी की एकतरफा जीत दिख रही हो, मगर हकीकत में यह बेहद कड़ा मुकाबला था। भाजपा के व्यापक पैमाने पर दुष्प्रचार, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग और चुनाव आयोग की पक्षपात के बावजूद हम अपनी जीत को ले कर आश्वस्त थे। उन्होंने कहा कि यह सही है कि पीएम मोदी की व्यापक लोकप्रियता है। हालांकि इसका यह मतलब नहीं है कि भाजपा हर चुनाव जीत जाएगी। लोकप्रियता और रैलियों में भीड़ जीत का पैमाना नहीं है। कोई पार्टी शक्तिशाली है तो यह जीत की कुंजी नहीं है। पीएम मोदी की तरह ही राज्य में ममता बनर्जी की व्यापक लोकप्रियता है। इसके बावजूद लोकसभा चुनाव में टीएमसी महज 22 सीटें जीत पाई। उसे भाजपा के हाथों 18 सीटें गंवानी पड़ी थी। उन्होंने नतीजे के संबंध मेंं कहा कि ममता बनर्जी की सबसे बड़ी ताकत उनका जनता के साथ सीधा जुड़ाव है।
इस दौरान इस चुनावी रणनीतिकार ने चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पूरे चुनाव में आयोग ने खुल कर पक्षपात किया। भले ही इसके बावजूद टीएमसी चुनाव जीत गई, मगर विपक्ष को आयोग के रवैये पर लगातार आपत्ति जताते रहना चाहिए। गौरतलब है कि प्रशांत ने चुनाव प्रचार के दौरान दावा किया था कि भाजपा के सीटों की संख्या तीन अंकों तक नहीं पहुंच पाएगी। अगर ऐसा हुआ तो वह अपने इस पेशे से संन्यास ले लेंगे।