प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने गाजीपुर बार्डर पहुंचकर किसान आंदोलन को दिया समर्थन
देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में गाजीपुर बार्डर पहुंचकर किसान विरोधी काले कानून वापस लेने की मांग को लेकर चलाये जा रहे किसान आन्दोलन को अपना समर्थन दिया। गाजीपुर बार्डर पहुंच कर किसान आन्दोलन को संबोधित करते हुए श्री प्रीतम ंिसंह ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा बनाये गये किसान विरोधी बिलों को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि आज देश का किसान और खेत मजदूर सडक़ों पर है और सत्ता के नशे में मदमस्त मोदी सरकार उनकी रोजी रोटी छीन खेत खलिहान को पूंजीपतियों के हवाले करने का षडयंत्र कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी तीन काले कानूनों ने समूची मोदी सरकार के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मुखौटे को उतार दिया है। असल में मोदी सरकार का मूलमंत्र किसानों को मात, पूंजीपतियों का साथ! खेत मजदूरों का शोषण, पूंजीपतियों का पोषण! गरीबों का दमन, पूंजीपतियों को नमन! है। उन्होने कहा कि आत्म निर्भर भारत अभियान की आढ में भारत की आत्मा को किस तरह मारा जा रहा है इसका ताजा उदाहरण है मोदी सरकार द्वारा बनाये गये किसान विरोधी बिल हैं जिन्हें संसद के दोनों सदनों से किस तरह अलोकतांत्रिक तरीके से पास कराया गया, वो इतिहास के पन्नों में काले अध्याय की तरह लिखा जायेगा ये तीनों ही कानून किसान की कमर तोडने के लिए काफी हैं। उन्होंंने कहा कि कोरोना महामारी के नाम पर लगाये गये लॉक डाउन में देश का मजदूर किसान सडक़ों पर तपती धूप में चलने को मजबूर था और आज देश का अन्नदाता सडक़ों पर कडकडाती ठंड में रात बिताने को मजबूर है। देश की जनता आने वाले चुनावों में भाजपा को इसका सबक जरूर सिखायेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसान आन्दोलन का पूर्ण समर्थन करती है तथा किसान भाइयों के साथ हर मोर्चे पर खडी है।
आन्दोलन के समर्थन में गाजीपुर पहुंचने वाले नेताओं में प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रीतम ंिसह के अलावा विधायक काजी निजामुद्दीन, प्रदेश उपाध्यक्ष रणजीत ंिसह रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा, पूर्व मेयर यशपाल राणा, जिलाध्यक्ष गौरव चैधरी, जितेन्द्र कुमार, सचिव विरेन्द्र जाति आदि कांग्रेस नेता प्रमुख थे।