पिथौरागढ़ में महापालिका बनाने के विरोध में दिया धरना

पिथौरागढ़(आरएनएस)।  नगर पालिका का विस्तार कर महापालिका बनाने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं,पंचायत प्रतिनिधियों व स्थानीय लोगों ने डीएम कार्यालय के पास धरनास्थल में सांकेतिक धरना दिया। वक्ताओं ने कहा कि 2019 में पांच गांव दौला, नेडा, बस्ते, ऐंचोली क्षेत्र को शामिल किया। वहां के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित चल रहे हैं। अगर पालिका में नगर के पास के गांवों को इसमें शामिल किया जाता है तो इससे ग्रामीणों को काफी नुकसान होगा। बुधवार को विधायक मयूख महर के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डीएम कार्यालय के पास स्थित धरनास्थल में धरना दिया। चैंसर, कासनी, ओडमाथा, नैनीसैनी, कुसौली, पंडा, सुजई, पपदेव, पौंण, हुडेती, टकाडी, दाडिमखोला सहित अन्य गांव के पंचायत प्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर सरकार के फैसले पर आक्रोश व्यक्त किया। विधायक महर ने कहा कि ब्लाक में जो सुविधाएं मिलती हैं वह नगर क्षेत्र में नहीं मिलती है। महिलाएं गाय,बकरी पालन कर अपना स्वरोजगार कर सकती हैं। नगर क्षेत्र के लोग भी महापालिका में शामिल होने का विरोध कर रहे हैं। इससे साफ पता चलता है कि लोग महापालिका बनाने में खुश नहीं है। वक्ताओं ने कहा कि नगर पालिका ने लोगों से सिर्फ टैक्स वसूला। लोगों को धरातल पर कोई सुविधा नहीं दी। नगर के लोग ही नगर पालिका के विस्तारीकरण कर महापालिका बनाने का विरोध कर रहे हैं। रई, धनौडा, दौला सहित अन्य गांवों को पिछले कार्यकाल में नगर पालिका में शामिल किया पर आज भी लोग रास्तों,स्ट्रीट लाइट सहित अन्य समस्याओं से जूझ रहे हैं।

इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष अंजू लुंठी, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष भावना नगरकोटी, पूर्व दर्जा राज्यमंत्री महेंद्र लुंठी, नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष जगत सिंह खाती,पूर्व जिलाध्यक्ष कांग्रेस त्रिलोक महर, मुकेश पंत, खीमराज जोशी, गौरव महर,राज्य आंदोलनकारी केदार सेठी, नरेंद्र सौन, टिक्कु महर, संतोष गोस्वामी, जीवन वल्दिया, भुवन पांडे, बहादुर सामंत,तिलक जोशी आदि रहे।

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