फटी जींस के बाद मुख्यमंत्री तीरथ का नया बयान

दो बच्चे पैदा किए इसलिए मिला कम राशन
200 साल तक अमेरिका का गुलाम रहा भारत

देहरादून। फटी जींस पर बयान देकर कई दिन तक सुर्खियों में रहे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को एक बार फिर ऐसा बयान दिया है जिसपर विवाद पैदा हो सकता है। रामनगर में अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम रावत ने लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा बांटे गए अनाज को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि लोगों में सरकार द्वारा बांटे गए चावल को लेकर जलन भी होने लगी कि दो सदस्यों वालों को 10 किलो जबकि 20 सदस्य वालों को एक क्विंटल अनाज क्यों दिया गया ? उन्होंने कहा की ‘भैया इसमें दोष किसका है, उसने 20 पैदा किए, आपने दो पैदा किए, तो उसको एक क्विंटल मिल रहा है, इसमें जलन काहे का। जब समय था तब आपने दो ही पैदा किए, 20 क्यों नहीं किए।’ इस दौरान सीएम ने किसी धर्म या जाति का नाम नहीं लिया। अपने भाषण में उन्होंने तथ्यात्मक गलती करते हुए कहा कि भारत 200 साल तक अमेरिका का गुलाम रहा। बता दें कि तीरथ के कार्यभार संभालने के एक हफ्ते के अंदर ही वह विवादों में घिर गए थे।
बता दें कि सीएम तीरथ के बयान को लेकर देहरादून, हरिद्वार समेत कई शहरों में कांग्रेस ने प्रदर्शन भी किया था। यही नहीं, सोशल मीडिया पर भी मुख्यमंत्री की टिप्पणी का जमकर विरोध हुआ था। तीरथ ने कहा था कि, आज कल के युवा घुटनों पर फटी पैंट पहनकर खुद को बड़े बाप का बेटा समझते हैं। ऐसे फैशन में लड़कियां भी पीछे नहीं हैं। उन्होंने अपनी एक हवाई यात्रा का जिक्र करते हुए एक महिला सहयात्री की रिप्ड जींस को लेकर भी टिप्पणी की। इससे पहले भी सीएम तीरथ के बयान के बाद विपक्षियों ने उन्हें घेरा था। तीरथ ने हरिद्वार में आयोजित एक कार्यकम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना भगवान कृष्ण और राम से करते हुए कहा था कि एक दिन लोग पीएम मोदी की पूजा करेंगे। उनके इस बयान की भी काफी आलोचना की गई थी।
रविवार को रामनगर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने इतिहास के ज्ञान का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि भारत 200 साल तक अमेरिका का गुलाम रहा। सीएम ने कहा कि यदि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में नहीं होता तो बेहाल हो जाता। रावत ने कहा कि अन्य देशों की तुलना में भारत कोरोना संकट से निपटने के मामले में बेहतर काम कर रहा है। वहीं अमेरिका, जिसने हमें 200 साल तक गुलाम बनाए रखा और दुनिया पर राज किया, वर्तमान समय में कोविड-19 से संघर्ष कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अलख जगाई। मैं कह सकता हूं कि यदि उनकी जगह कोई और नेतृत्व होता तो भारत का न जाने क्या हाल होता। बेहाल हो जाते, लेकिन उन्होंने हमको राहत देने का काम किया। भारत 135 करोड़ की आबादी का देश आज भी अपने को राहत महसूस करता है। दूसरे देशों की अपेक्षा, जहां अमेरिका के 200 वर्ष हम गुलाम थे। पूरे विश्व पर उसका राज था। कभी सूरज छिपता ही नहीं था, कहते थे। लेकिन आज के इस समय में वो डोल गया। पौने तीन लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। 12 करोड़ की आबादी वाला देश स्वास्थ्य में नंबर वन लेकिन मृत्यु दर आपकी इतनी ज्यादा चली गई और अभी भी हालत खस्ती है। फिर पुन: लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमें बचाने का काम किया है।’