फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने दी 24 अप्रैल से आंदोलन की चेतावनी

देहरादून। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने पद बढ़ाने सहित कई मांगों पर कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताते हुए आंदोलन का ऐलान कर दिया है। एसोसिएशन ने स्वास्थ्य महानिदेशक पर फार्मासिस्ट संवर्ग की उपेक्षा एवं भेदभाव का आरोप भी लगाया है। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन की मंगलवार को वर्चुअल रूप से प्रांतीय कार्यकारणी की बैठक हुई। इस दौरान फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जीबी नौटियाल और प्रदेश महामंत्री आरएस ऐरी ने कहा कि फार्मासिस्ट संवर्ग की मांगों को लेकर स्वास्थ्य महानिदेशालय के अधिकारी गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के निर्देश पर फार्मासिस्ट संवर्ग के पदों में की गई कटौती को वापस लेने और पद बढ़ाने को लेकर महानिदेशक के स्तर पर एक कमेटी गठित की गई थी। इस कमेटी की बैठक होने के बावजूद चार महीनों से रिपोर्ट शासन को नहीं भेजी गई है। यही नहीं विभिन्न मांगों को लेकर जब फार्मासिस्ट संवर्ग के पदाधिकारी महानिदेशक से वार्ता का समय लेते हैं तो पर्याप्त समय नहीं मिलता। उनकी मांगों को भी महानिदेशालय के अधिकारी गंभीरता से नहीं ले रहे। इस वजह से फार्मासिस्ट संवर्ग की सभी मांगे काफी समय से डंप पड़ी हुई हैं। उन्होंने इस दौरान फार्मासिस्ट का नाम बदल कर फार्मेसी अधिकारी करने, वेतन विसंगति को दूर करने,विभाग में लम्बे समय से खाली चल रहे पदों को प्रमोशन के जरिए भरने, फार्मेसी काउंसिल का गठन करने, नॉन फंक्शनल वेतनमान देने सहित सभी मांगों पर जल्द कार्रवाई की मांग की है। ऐसा न होने पर 24 अप्रैल से आंदोलन की चेतावनी दी है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जीबी नौटियाल, महामंत्री आरएस ऐरी और देहरादून के जिलाध्यक्ष चंद्र मोहन राणा ने बताया कि यदि उनकी मागों पर कार्रवाई नहीं होती तो 24 अप्रैल से फार्मासिस्ट काली फीती बांधकर कार्य करेंगे। 28 अप्रैल से सीएमओ कार्यालय पर धरना शुरू किया जाएगा और एक मई से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया जाएगा।