पहाड़ों में दम तोड़ती स्वास्थ्य सेवायें
देहरादून। पहाड़ों में दम तोड़ती स्वास्थ्य सेवाओं के बीच कोरोना महामारी से लड़ने की तैयारी भी अपर्याप्त है। एक साल का समय मिलने के बावजूद सभी अस्पतालों में माकूल इंतजाम नहीं हो पाए हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर जिस तेजी के साथ फैल रही है, उस तेजी से टेस्ट और ट्रेसिंग होगी तो कोरोना संक्रमितों का भयावह आंकड़ा सामने आएगा। वर्तमान में चल रही सैंपलिंग के अनुपात में औसतन 10 फीसद व्यक्ति संक्रमित मिल रहे हैं। गढ़वाल मंडल के पांच पहाड़ी जिलों में अस्पतालों के पास ऑक्सीजन प्लांट तो हैं, लेकिन अभी ये संचालित नहीं हो रहे। ऑक्सीजन के लिए दून की एजेंसियों पर निर्भरता है।
टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पौड़ी और उत्तरकाशी के जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड के लिए बीते वर्ष 60-60 लाख के ऑक्सीजन प्लांट लगे थे। अस्पताल में सभी बेड तक ऑक्सीजन की लाइन भी बिछी हुई है, लेकिन ये प्लांट अभी तक शुरू नहीं हो पाए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार प्लांट लगाने वाली कंपनी के कर्मचारी अन्य राज्यों के जनपदों में व्यस्त हैं। उत्तरकाशी जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्साधिकारी डॉ. एसडी सकलानी कहते हैं कि कंपनी संचालक से उन्होंने बात की है। साथ ही जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने भी जल्द से जल्द ऑक्सीजन प्लांट संचालित करने के निर्देश कंपनी के अधिकारियों को दिए हैं।