पांच दिनों से रांसी महापंथ ट्रैक में फंसा है ट्रैकर का शव

रुद्रप्रयाग। केदानाथ से महापंथ की ओर ट्रैक पर मृतक ट्रैकर का शव अभी भी नहीं निकाला जा सका है। शव हेली से निकाला जाना है, जबकि हेली की अनुमति के लिए जिला आपदा प्रबंधन विभाग संबंधित विभाग से अनुमति लेने की कार्रवाई कर रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि सोमवार को हेली की अनुमति मिलने के बाद ट्रैकर के शव को निकाल दिया जाएगा। बता दें कि बंगाल का एक ट्रैकिंग दल रांसी से होते हुए महापंथ-केदारनाथ के लिए बीते 2 अक्तूबर को रवाना हुआ था। इसमें कुल 10 सदस्य शामिल थे। 8 सदस्य सुरक्षित केदारनाथ धाम पहुंच गए हैं। जबकि दो सदस्य केदारनाथ से करीब 6 किलोमीटर दूरी पर फंसे गए थे। इसमें एक ट्रैकर की मौत हो गई थी। जिसका शव अभी उसी स्थान पर है। केदारनाथ धाम से छह किमी की दूरी पर बंगाल के ट्रैकर आलोक विश्वास पुत्र बबूल विश्वास, निासी नीचूताला, सगुना बेस्ट बंगाल की बीते पांच दिन पूर्व मौत हो गई थी। किंतु मौत के बाद अभी तक उनके शव को नहीं लाया जा सका है। बताया जा रहा है कि इस क्षेत्र में लगातार बर्फबारी हो रही है, जबकि जिस स्थान पर शव है, वह रास्ता भी काफी खतरनाक है। हेली से ही शव को लाया जाना है। हेली की अनुमति के लिए पत्राचार जिला आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा किया जा रहा है। इससे पूर्व डीडीआरएफ व एनडीआरएफ के साथ ही चार पोर्टर की संयुक्त टीम ने भी बीते 10 अक्तूबर को घायल ट्रैकर विक्रम मजूमदार को देर रात रेस्क्यू टीम केदारनाथ लाए थे, जोकि उपचार के बाद स्वस्थ है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार ने बताया कि शव को जाने के लिए हेलीकाप्टर की अनुमति ली जा रही है। इस संबंध में पत्राचार किया जा रहा है। उम्मीद है कि सोमवार तक शव को हेली से लाया जा सकेगा।


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