चार धाम यात्रा में ऑफलाइन पंजीकरण पर रोक 19 मई तक बढ़ाई

देहरादून(आरएनएस)।   चार धाम यात्रा में ऑफलाइन पंजीकरण की व्यवस्था पर रोक 19 मई तक बढ़ा दी गई है। पहले ऑफलाइन पंजीकरण पर रोक 16 मई तक तय की गई थी। ऑनलाइन पंजीकरण कराने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और धामों में बढ़ती भीड़ को देखते हुए पर्यटन विभाग ने ये फैसला लिया। गुरुवार को सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे की ओर से ऑफलाइन पंजीकरण पर रोक 19 मई तक बढ़ाने के निर्देश दिए गए। चार धाम यात्रा के लिए पर्यटन विभाग ने ऑनलाइन के साथ ही कुछ सीमित संख्या में ऑफलाइन पंजीकरण का भी विकल्प रखा है। इसके लिए हरिद्वार और ऋषिकेश में ऑफलाइन पंजीकरण काउंटर बनाए गए हैं। धामों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पहले ऑफलाइन पंजीकरण 16 मई तक के लिए बंद रखे गए। अब धामों में पहले से ही पंजीकृत श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए ऑफलाइन पंजीकरण पर रोक की तारीख को 19 मई तक के लिए बढ़ाया गया। सचिव पर्यटन ने साफ किया कि धामों में दर्शन को पंजीकरण अनिवार्य किया गया है। इस व्यवस्था के तहत श्रद्धालु अपनी पंजीकृत तारीख पर ही धामों में दर्शन को पहुंचे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ही धामों में टोकन और स्लॉट सिस्टम की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

पंजीकरण का आंकड़ा 27.92 लाख के पार
चारों धामों में श्रद्धालुओं के पंजीकरण का आंकड़ा 27.92 लाख के भी पार पहुंच गया है। गुरुवार तक कुल 2792679 पंजीकरण हो चुके हैं। इसमें से 1.41 लाख पंजीकरण ऑफलाइन हुए हैं। सबसे अधिक 9.36 लाख पंजीकरण केदारनाथ, 8.52 लाख बदरीनाथ, 4.99 लाख गंगोत्री, 4.39 लाख यमुनोत्री धाम में पंजीकरण हुए हैं। हेमकुंड साहिब में 63911 श्रद्धालुओं के पंजीकरण हो चुके हैं।