नॉर्वे में कोरोना वैक्सीन से 29 लोगों की मौत, 42,000 लोगों को दी गई खुराक

सरकार की मुश्किलें बढ़ीं
ओस्लो। कोरोना वायरस का प्रकोप दुनियभर में जारी रहा है। इस बीमारी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए दुनिया के कई देशों में वैक्सीनेशन की शुरुआत हो गई है, लेकिन नॉर्वे में वैक्सीन लगाए जाने के बाद लोगों की होने वाली मौत ने वहां की सरकार की चिंताओं को बढ़ा दिया है। वैक्सीन लगाए जाने के बाद अब तक नॉर्वे में 29 लोगों की मौत हो चुकी है। लोग अब वैक्सीन पर ही सवाल उठा रहे हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक नॉर्वे में वैक्सीन लगाए जाने के बाद फिर 6 लोगों की मौत हुई और यह आंकड़ा अब कुल 29 तक पहुंच चुका है। वैक्सीन की वजह से ज्यादातर बुजुर्गों की मौत हो रही है जिनकी उम्र 75-80 साल के बीच थी। यह भी साफ नहीं है कि जब इन लोगों को वैक्सीन लगाई गई तो यह कोरोना वायरस को रोकने में सक्षम थी या नहीं। नॉर्वे में लगभग 42,000 लोगों को की कम से कम एक खुराक दी गई है जिसे बुजुर्गों सहित अन्य लोगों के लिए जोखिम भरा माना जा रहा है। नॉर्वे मेडिसिन एजेंसी ने शनिवार को ब्लूमबर्ग को एक लिखित जवाब में कहा कि तक सिर्फ फाइजर और बायोएनटेक एसई द्वारा उत्पादित वैक्सीन नॉर्वे में उपलब्ध थी और सभी मौतें इन्हीं वैक्सीन से जुड़ी हुई हैं। एजेंसी ने कहा, 13 मौतों का आकलन किया गया है, और हम 16 अन्य मौतों के बारे में जानते हैं, जिनका वर्तमान में आकलन किया जा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गंभीर बीमारी वाले बुजुर्ग लोगों से संबंधित सभी मौतें हुई हैं। अधिकांश लोगों ने टीका के अपेक्षित दुष्प्रभावों का अनुभव किया है, जैसे कि मतली और उल्टी, बुखार। इंजेक्शन स्थल पर स्थानीय प्रतिक्रियाएं, और उनकी अंतर्निहित स्थिति बिगड़ती जा रही है।