निजी अस्पताल में दो दिन के नवजात की मौत

काशीपुर।   एक निजी अस्पताल में दो दिन के एक नवजात की मौत हो गई। दंपति ने अस्पताल प्रशासन पर रुपये के अभाव में इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। वहीं समाज सेवी गगन कांबोज परिजनों के साथ नवजात का शव लेकर एसडीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गये। समाजसेवी ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई होने तक धरना जारी रखने और नवजात के शव का अंतिम संस्कार नहीं करने की चेतावनी दी। सूचना पर पहुंचे एसडीएम के कार्रवाई के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ। मंगलवार सुबह ढकिया गुलाबो निवासी मनोज सैनी पुत्र हीरालाल समाजसेवी गगन कांबोज के साथ नवजात का शव गोदी में लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे और धरने पर बैठ गये। मनोज सैनी ने कहा कि 27 अक्तूबर को सरकारी अस्पताल में उसकी पत्नी ने एक पुत्री को जन्म दिया। अस्पताल में उचित साधन नहीं होने पर चिकित्सकों ने उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। जिसके बाद वह नवजात को लेकर मुरादाबाद रोड स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचे। लेकिन वेंटिलेटर की सुविधा नहीं होने पर अस्पताल ने भी नवजात को रेफर कर दिया। इसके बाद वह रामनगर रोड स्थित एक अन्य निजी अस्पताल पहुंचे। जहां उसकी पुत्री को भर्ती किया गया। इस दौरान अस्पताल प्रबंधन ने उसे पैसों की व्यवस्था करने को कहा। इस पर पीड़ित ने असमर्थता जताई और अयुष्मान कार्ड से इलाज कराने की मांग की, लेकिन अस्पताल प्रबंधन अयुष्मान कार्ड के साथ ही पैसों की मांग कर रहा था। आरोप लगाया कि जब उसने असमर्थता जताई तो उन्होंने नवजात को वेंटिलेटर से हटाकर पीड़ित की गोद में दे दिया। इलाज नहीं मिलने पर सोमवार की रात नवजात ने दम तोड़ दिया। पीड़ित ने नवजात का डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमोर्टम कराने और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ जांच कराने की मांग की। सूचना पर तहसीलदार पंकज चंदोला के साथ पुलिस भी पहुंच गई। कुछ देर बाद पहुंचे एसडीएम अभय प्रताप सिंह के कार्रवाई के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ।


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