नैनीताल जनपद के पर्वतीय क्षेत्रों में जल्द बढ़ेंगे जमीन के सर्किल रेट

नैनीताल। नैनीताल के पर्वतीय क्षेत्रों में अब जमीन खरीदना और मुश्किल होगा। राजस्व विभाग की ओर से सर्किल रेट बढ़ाए जाने को लेकर कार्य योजना तैयार कर ली गई है। जल्द ही अलग-अलग जगहों पर भूमि के नए सर्किल रेट जारी किए जाएंगे। हालांकि जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में लगभग 70 फीसदी जमीनें पूर्व में ही बिक चुकी हैं। दरअसल नैनीताल में प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर रामगढ़, मुक्तेश्वर, सतोली, सतखोल, नथुवाखान समेत अन्य पर्वतीय क्षेत्रों को लोग खासा पसंद कर रहे हैं। यही कारण है कि यहां देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों ने कॉटेज बनाए हैं। यही नहीं इन क्षेत्रों में विदेशी लोग भी बस रहे हैं।

ऐसे में संबंधित क्षेत्रों में तेजी के साथ जमीनें बिकी हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार नैनीताल के पर्वतीय क्षेत्रों में 70 प्रतिशत तक भूमि बिक चुकी है। शेष 30 प्रतिशत जमीन पर सर्किल रेट बढ़ाए जाने की तैयारी की जा रही है। दूसरी ओर एक समय अंतराल के बाद सभी स्थानों पर जमीनों के सर्किल रेट बढ़ाए जाते हैं। लेकिन कोविड के दौर में पिछले दो वर्षों से रेट नहीं बढ़ाए गए। ऐसे में अब जल्द ही नए सर्किल रेट जारी किए जाएंगे। ऐसे में कहा जा सकता है कि अब नैनीताल में जमीन खरीदना और महंगा होगा। हालांकि दरें कितनी बढ़ेंगी यह फिलहाल उजागर नहीं किया गया है।

अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग रेट तय होंगे
रजिस्ट्रार ममता धामी ने बताया कि जिले के पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क किनारे से लेकर गांव के अंदर तक भूमि के अलग-अलग सर्किल रेट निर्धारत हैं। पहाड़ में अब तक सबसे कम एक लाख रुपये, जबकि सबसे अधिक 9 लाख रुपये प्रति नाली की दर से जमीन बेची या खरीदी जा रही है। वित्तीय वर्ष अप्रैल 2020-21 में नैनीताल रजिस्ट्री कार्यालय को करीब 20 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था। जबकि 2021-22 में 21 करोड़ राजस्व मिला है।

नैनीताल समेत आसपास के पहाड़ी क्षेत्रों में जमीन के सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। इसको लेकर रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। नए सर्किल रेट जल्द ही घोषित किए जाएंगे। -धीराज सिंह गर्ब्याल, डीएम नैनीताल