माउंट मुकुट का पर्वतारोहण करने वाली महिलाओं का सम्मान

ऋषिकेश(आरएनएस)। बीएसएफ इंस्टीट्यूट ऑफ एडवेंचर एंड एडवांस ट्रेनिग सेंटर में शुक्रवार को माउंट मुकुट ईस्ट-7130 मीटर का पर्वतारोहण करने वाली 12 महिला पर्वतारोही को सम्मानित किया गया। यह माउंट मुकुट ईस्ट का पर्वतारोहण करने वाला पहला अखिल बीएसएफ महिला पर्वतारोही दल था। कमांडेंट महेश कुमार नेगी ने बताया कि बीएसएफ मुख्यालय नई दिल्ली से पांच अगस्त को यह दल सीमा सुरक्षा बल ने माउंट मुकुट ईस्ट-7130 मीटर पर पहला अखिल बीएसएफ महिला पर्वतारोहण अभियान आयोजित किया गया था। इस दल के पास एक पद्मश्री और तीन राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार हैं। कहा कि बीएसएफ दल ने वर्ष 2006 और 2018 में दो बार माउंट एवरेस्ट, 2008 में माउंट कंचनजंगा, 2021 में माउंट लोत्से, 2023 में माउंट मनास्लू-8163 मीटर और हिमालय की 45 अन्य चोटियों पर सफलतापूर्वक चढ़ाई की है। 4 सशस्त्र बलों के इतिहास में यह पहला अखिल बीएसएफ महिला पर्वतारोहण अभियान सीमा सुरक्षा बल द्वारा शुरू किया गया था। इस अभियान में 12 महिला पर्वतारोही (शैल नंदिनी) ने भाग लिया, जिनका उद्देश्य आज़ादी का अमृत महोत्सव के दौरान महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देते हुए माउंट मुकुट ईस्ट (7130 मीटर) पर तिरंगा और बीएसएफ ध्वज फहराना तथा स्वच्छ भारत- स्वच्छ हिमालय और हम फिट तो इंडिया फिट का संदेश फैलाना था। यह अभियान लगतार खराब मौसम के कारण बहुत चुनौतीपूर्ण रहा। अभियान दल ने कैंप 3 से शिखर तक तकरीबन 70 से 90 डिग्री ग्रेडिएंट पर तकरीबन 1900 मीटर रोप फिक्स करके प्रतिकूल जलवायु परिस्थिति और अत्याधिक तेज बर्फीली हवाओं के साथ लड़ते हुए 10 सितंबर 2024 तकरीबन 1350 बजे 04 शैल नंदनियों साहित 11 बीएसएफ पर्वतारोहियों के पहले समूह ने माउंट मुकुट ईस्ट पर तिरंगा और बीएसएफ ध्वज फहराने में सफ़लता हासिल कर एक इतिहास बनाया। डिप्टी कमांडेंट पद्मा लवराज सिंह धर्मशक्तू अभियान के तकनीकी सलाहकार थे तथा महिला कांस्टेबल सरस्वती लामा ने अभियान का नेतृत्व किया।