मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने किया राज्य कर भवन में प्रदर्शन

देहरादून। प्रमोशन मानक में शिथिलता, नए पदो के सृजन समेत विभिन्न मांगों को लेकर राज्य कर विभाग के मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने राज्य कर भवन पर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। गेट मीटिंग करते हुए सरकार से लंबित मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की। कार्यवाही न होने पर 22 मई से काली फीती आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। सोमवार सुबह 11 बजे लक्ष्मी रोड स्थित राज्य कर भवन में कार्यरत कर्मचारी दफ्तर से बाहर निकल आए और नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। राज्य कर मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन नेगी ने कहा कि कार्मिकों की बुनियादी समस्याओं पर भी निर्णय नहीं किए जा रहे हैं। यदि जल्द कार्यवाही न हुई तो जल्द ही चरणबद्ध तरीके से आंदोलन छेड़ दिया जाएगा। 22 मई कर्मचारी से काली फीती बांध कर कार्य करेंगे। शाखा अध्यक्ष महिमा कुकरेती और शाखा मंत्री ज्योति पटवाल ने कहा कि कर्मचारियों को मजबूरन आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ रहा है। कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अरुण पांडे ने आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि राज्य कर विभाग प्रदेश का सबसे ज्यादा राजस्व जुटाने वाला विभाग है। इस विभाग की कार्यप्रणाली दूसरे विभागों से अलग है। इसलिए सरकार व शासन को मिनिस्ट्रियल कार्मिकों की मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आन्दोलन के प्रदेश अक्ष्यक्ष जीतमणि पैन्यूली ने भी समर्थन दिया।
प्रमुख मांगे:
जीएसटी के तहत नया ढांचा जल्द किया जाए स्वीकृत
कर अधिकारियों की लंबित पदोन्नतियां जल्द की जाएं शुरू
मुख्य प्रशासनिक अधिकारी पद के लिए सेवा अवधि 22 वर्ष हो
रहे मौजूद- एसोसिएशन के संरक्षक मनमोहन नेगी, विरेन्द्र रावत, गीताराम डोभाल, कविता जगवाण, पूजा भंडारी, ममता नेगी, विकास नेगी, निशा जुयाल, सुधीर कुमार, सुरेश शर्मा, विवेक अग्रवाल, चेतन परमार और केशव उनियाल, राजेश्वरी परमार, कमल सिंह गुसाई, भानू रावत, सतविन्दर कौर, अर्चना हेमदान, रंजना रावत, रूबी राज, पंकज डबराल, विरेन्द्र तोमर, सलोनी, पारूल, रघुवीर तोमर, सैन सिंह, रीता, संगीता, हरीश पंवार आदि।