मनमाना किराया लिए जाने से भड़के दवा प्रतिनिधि

पिथौरागढ़। आलू, प्याज, टमाटर के भाव गिर चुके हैं। लाकडाउन के दौरान टैक्सियों में कम सवारियों के चलते बढ़ा हुआ किराया अभी भी यथावत है। मात्र पांच किमी का टैक्सियों से सफर करने पर बीस रुपया भाड़ा लिया जाता है। प्रशासन, पुलिस और परिवहन विभाग को दर्जनों मंचों से हुई शिकायत के बाद भी कोई कदम नहीं उठाए जाने से नाराज दवा प्रतिनिधियों ने प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिसमें तत्काल दूरी को देखते हुए उचित भाड़ा तय करने या फिर जिले के सभी मार्गो पर रोडवेज, केमू की बसों के संचालन की मांग की है। दवा प्रतिनिधि संगठन के अध्यक्ष भुवन पांडेय के नेतृत्व में हुए प्रदर्शन में उन्होंने कहा कि लाकडाउन के दौरान जब टैक्सियों में तीन से चार ही सवारी बैठनी थी तक टैक्सी संचालकों द्वारा भाड़ा दो से चार गुना बढ़ाया था। इधर अब यह नियम हट चुका है। कोरोना की गाइडलाइन को दरकिनार कर टैक्सियां ओवरलोड सवारियां ले जा रही हैं और किराया अभी भी दो से तीन गुना वसूला जा रहा है। शिकायत करने पर न तो पुलिस और नही परिवहन विभाग कार्यवाही कर रहे हैं। दवा प्रतिनिधियों ने कहा कि नगर के निकट के वड्डा जाजरदेवल तक चलने वाली टैक्सियां तो सवारी देखते ही बीच सडक़ पर ब्रेक लगा देते हैं। जिसके चलते पीछे से आने वाले वाहन टकरा रहे हैं और आए दिन लोग घायल हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि एक तरफ पुलिस सडक़ सुरक्षा अभियान चलाती है दूसरी तरफ पुलिस के सामने ही वाहनों का संचालन पूरी तरह नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है। उन्होंने जिलाधिकारी से जिले की अधिकांश सडक़ों पर रोडवेज और केमू की बसों के संचालन की मांग की है।