महिला दरोगाओं को मिलेगा थाने चौकियों का प्रभार; दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट की जांच दो महीने में पूरी नहीं करने वाली महिला दरोगा होंगी सस्पेंड

देहरादून। अच्छा काम करने वाली महिला दरोगाओं को थाना-चौकियों का चार्ज दिया जाएगा। गुरुवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान महिला दरोगाओं संग गोष्ठि करते हुए एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने यह बात कही। उन्होंने इस दौरान जरूरी दिश निर्देश भी दिए।
एसएसपी ने जिले में नियुक्त महिला दरोगाओं से संवाद किया। इस दौरान महिलाओं द्वारा की जाने वाली प्रमुख जांचों की स्थिति की जानकारी ली। इसके बाद निर्देश दिए कि जांचें तय समय पर पूरी हों। किसी की विवेचना को बिना किसी कारण के लंबित ना रखा जाए। मई 2022 से पूर्व कि लंबित विवेचनाओं को आगामी 15 दिवस के निपटाने का निर्देश दिया।

महिला संबंधी अपराधों की जांच समय पर कराने के लिए प्रत्येक थाना प्रभारी हर सात दिन में और सीओ 15 दिन में स्थिति की समीक्षा करेंगे। दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट की जांचें दो महीने में पूरी नहीं करने वाली महिला दरोगाओं को सस्पेंड किया जाएगा। इसमें संबंधित थानाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी तय होगी। दहेज-उत्पीड़न व अन्य महिला संबंधी अपराध, जिनमें सात साल से कम की सजा का प्रावधान हो, ऐसे मामलों में गिरफ्तारी के बजाए सुप्रीमकोर्ट की नियम के पालन का निर्देश दिया। महिला संबंधित शिकायत मिलने पर थाने पर मौजूद महिला अधिकारी मौके पर जाएंगे।

एसपी सिटी-देहात से मांगी सूची
एसएसपी ने जिले में जिले में अच्छा काम करने वाली महिला दरोगाओं की सूची पुलिस अधीक्षक नगर और देहात से मांगी है। इनमें से चयन कुछ महिलाओं को थाना, चौकी चार्ज देने दिया जाएगा। थानों में द्वितीय इंचार्ज की जिम्मेदारी भी दी जाएगी।

गुंडा ऐक्ट वालों की दो दिन में रिपोर्ट मांगी
एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया कि जिन आदतन अपराधियों का गुंडा ऐक्ट के तहत चालान किया गया है, उनकी एक माह के भीतर जिला बदर की कार्रवाई की जाए। उनके चाल-चलन की रिपोर्ट भी दो दिन भीतर डीएम को भेजने का निर्देश दिया।


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