एमए रंगमंच के छात्रों की नाट्य प्रस्तुति पर भाव-विभोर हुए दर्शक
श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि के लोककला एवं संस्कृति निष्पादन केंद्र की ओर से दो दिवसीय नाट्य महोत्सव का आयोजन किया गया। रंगमंच के छात्र-छात्राओं ने शानदार नाट्य अभिनय किया। कार्यक्रम शुभारंभ मुख्य अतिथि गिरीश पैन्यूली, जर्मनी से आए एरिक पॉल और छात्र संघ पदाधिकारियों ने किया। लोककला एवं संस्कृति निष्पादन केंद्र में एमए रंगमंच के छात्रों ने हिन्दी के प्रसिद्ध नाटककार रामेश्वर प्रेम रचित नाटक ‘कैम्प के मंचन ने दर्शकों की वाहवाही लूटी। नाटक की परिकल्पना व निर्देशन एमए रंगमंच द्वितीय वर्ष के छात्र विकेश बाजपेयी व गौरव सिंह नेगी ने की। नाटक में दो मुल्कों के बीच में फंसे हुए शरणार्थी दल की त्रासदी तथा युद्ध से उपजी विभीषिकाओं के तले उनके आपसी द्वंद को दर्शाया गया। मनुष्य का अतीत किस तरह उसके वर्तमान को घर करता है यह भी नाटक के कथानक के केंद्र में रहा। नाटक में गौरव सिंह, विकेश बाजपेयी, अंकित भट्ट, कार्तिकेय खट्टर, रोनिका, शिवम यादव और मधु कुमारी, मुख्य भूमिका में थे। दो दिवसीय मंचन की सफलता पर प्रसिद्ध रंगकर्मी तथा विभाग के प्राध्यापक प्रो. डीआर पुरोहित ने छात्रों को नाट्य मंचन की बधाई दी। उन्होंने कहा कि रंगमंच के उत्थान के लिए बरसों से हमारे समय में भी और आज भी निरंतर प्रयास हो रहे हैं। पूर्व छात्र महेंद्र पंवार ने नाटक से जुड़ी कुछ अहम बातों को दर्शकों से साझा किया। डॉ. संजय पांडे ने दर्शकों को नाटक की विभत्स्ता (रस) के बारे में अपनी राय रखी कि अधिक समय तक विभत्स रस का मंचन कर दर्शकों को बांधे रख पाना सराहनीय प्रयास है। आयोजन में शैलनट के अभिषेक बहुगुणा ने भी योगदान दिया।