वामपंथी पार्टियां सरकार के खिलाफ खोलेगी मोर्चा

देहरादून। वामपंथी पार्टियों ने भाजपा सरकार को जनविरोधी करार दिया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि भाजपा का काम सिर्फ चुनाव जीतना रह गया है, जनहित के कामों से उसे कोई लेना-देना नहीं है। कहा कि वामपंथी पार्टियां प्रदेश भर में सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ अभियान छेड़ेगी। शनिवार को भाकपा, माकपा और भाकपा(माले) की संयुक्त बैठक देहरादून स्थित माकपा के राज्य कार्यालय में हुई। वामपंथी नेताओं ने कहा कि उत्तराखंड में भाजपा चुनाव जीतने के अतिरिक्त कोई ऐसा काम नहीं कर रही है, जो जनहित में हो। कहा कि पूरे प्रदेश में वामपंथी कतारों को गोलबंद करते हुए दो अक्टूबर को देहरादून में संयुक्त वाम कंवेंशन(जन सम्मेलन) आयोजित किया जाएगा। इसमें तीन वामपंथी पार्टियों के राष्ट्रीय महासचिव इस कंवेंशन में शामिल होंगे। नेताओं ने कहा कि कल तक देश और प्रदेश में लोगों को राशन देने को उपलब्धि की तरह प्रचारित करने वाली भाजपा अब राशन कार्ड वापसी के जरिये आबादी के बड़े हिस्से को खाद्य सुरक्षा के दायरे से बाहर धकेल रही है। राशन के नाम पर वोट हासिल करने के बाद जनता से छल करते हुए भाजपा ने राशनबंदी शुरू कर दी है। गैरसैण में विधानसभा सत्र को टाल कर भाजपा ने दर्शा दिया है कि एक साल पहले राज्यपाल से गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने के झूठे कागज पर भाजपा सरकार ने हस्ताक्षर करवाए थे। इस मौके पर माकपा के राज्य सचिव कॉमरेड राजेंद्र नेगी, भाकपा(माले) के राज्य सचिव कॉमरेड राजा बहुगुणा, भाकपा के राज्य सचिव कॉमरेड समर भंडारी, भाकपा(माले) के गढ़वाल सचिव इंद्रेश मैखुरी मौजूद रहे।