लकड़ी तस्करों से खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर ग्रामीण देंगे धरना

विकासनगर। नागथात-झुल्का डांडा के जंगल में अवैध कटान और अतिक्रमण से गुस्साए ग्रामीणों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए तहसील प्रशासन से ṁमांग की है। साथ ही कार्रवाई नहीं होने पर 25 जुलाई को तहसील मुख्यालय में धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। गुरुवार को तहसील प्रशासन को सौंपे ज्ञापन में बिसोई, रखटाड़, द्वीना और सीला के ग्रामीणों ने बताया कि लंबे समय से नागथात-झुल्का डांडा के जंगल में अवैध कटान किया जा रहा है। जंगल की इमारती और उपयोगी लकड़ी को तस्कर औने पौने दाम पर बेच रहे हैं। इसके साथ ही जंगल की जमीन पर अतिक्रमण भी हो रहा है। बड़े पैमाने पर अवैध कटान से पर्यावरण संकट पैदा होने के साथ ही क्षेत्र की जैव विविधता प्रभावित हो रही है। जंगल का दायरा कम होने के कारण जंगली जानवरों के ग्रामीण बस्तियों में दस्तक देने का खतरा भी बढ़ गया है। कहा कि इस संबंध में कई बार वन विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ ही प्रशासन के आला अधिकारियों से भी शिकायत की गई, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रशासन की लापरवाही के चलते लकड़ी तस्करों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। आरोप है कि तस्कर अवैध कटान कर धड़ल्ले से लकड़ी की निकासी कर रहे हैं। जबकि किसी भी बैरियर पर तस्करों के बैरियर की जांच नहीं की जा रही है। ग्रामीणों ने तीन दिन में कार्रवाई नहीं होने पर 25 जुलाई को तहसील मुख्यालय में धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। ज्ञापन सौंपने वालों में महेंद्र चौहान, खुशीराम जोशी, जसवीर, कृष्णदत्त, नरेश चौहान, बलवीर चौहान, सुशील, अजेंद्र, ओमप्रकाश, निर्मल, गजेंद्र, केशर सिंह, ईश्वर आदि शामिल रहे।