क्वारब समस्या को लेकर विधायक तिवारी आक्रोशित, 22 मई को डीएम कार्यालय का करेंगे घेराव

अल्मोड़ा। अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्वारब क्षेत्र में बनी विकट स्थिति को लेकर अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर राज्य सरकार और जिला प्रशासन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि क्वारब की समस्या अब केवल एक स्थान विशेष की नहीं रही, बल्कि इससे अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों की जनता गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है। विधायक तिवारी ने आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन केवल आश्वासन की राजनीति कर रहा है। कभी पहाड़ी की जांच का हवाला दिया जाता है, तो कभी ट्रीटमेंट के लिए बजट की बात कहकर जनता को गुमराह किया जा रहा है। कहा कि व्यापार चौपट हो चुका है, पर्यटन उद्योग 25 प्रतिशत पर सिमट गया है और आवागमन का संकट दिन-प्रतिदिन गहराता जा रहा है। उन्होंने कहा कि मानसून सिर पर है और ऐसी स्थिति में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस विकल्प नहीं निकाला है। तिवारी ने कहा कि क्वारब पुल के पास बना डेंजर जोन आम जनता के लिए बड़ी परेशानी बन चुका है, लेकिन धामी सरकार इन समस्याओं पर आंख मूंदे बैठी है। विधायक तिवारी ने कहा कि प्रशासन केवल रात में मार्ग बंद कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है। इस उदासीनता के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने निर्णायक आंदोलन छेड़ने का फैसला लिया है। आगामी 22 मई को कांग्रेस कार्यकर्ता और आमजन बड़ी संख्या में अल्मोड़ा में जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करेंगे। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, गणेश गोदियाल, उपनेता सदन भुवन कापड़ी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा सहित कुमाऊं क्षेत्र के सभी वरिष्ठ नेता और विधायक शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि आंदोलन को सफल बनाने के लिए जल्द ही व्यापक जनसंपर्क अभियान शुरू किया जाएगा और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी। प्रेस वार्ता में जिलाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भोज, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष राधा बिष्ट, सुशील साह, भैरव गोस्वामी, आनंद सिंह बिष्ट, धीरेंद्र गैलाकोटी, परितोष जोशी आदि उपस्थित रहे।