खरगे के पत्र पर भड़का चुनाव आयोग, सभी आरोपों को किया खारिज

नई दिल्ली (आरएनएस)।  भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को कड़े शब्दों में लिखे पत्र में चुनावी प्रक्रिया की अखंडता पर सवाल उठाने वाले उनके हालिया बयान पर गहरी चिंता व्यक्त की। लोकसभा चुनाव 2024 पर सवाल उठाने को लेकर चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को फटकार लगाई है। निर्वाचन आयोग ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का मतदान प्रतिशत आंकड़े पर विपक्षी नेताओं को लिखा गया पत्र पूर्वाग्रहपूर्ण विमर्श को आगे बढ़ाने का प्रयास है।
मतदान प्रतिशत आंकड़े को लेकर अपने सहयोगी दलों को खरगे द्वारा लिखे गए पत्र पर निर्वाचन आयोग ने कहा कि कांग्रेस के अतीत, वर्तमान के गैर-जिम्मेदाराना बयान परेशान करने वाले हैं। निर्वाचन आयोग ने कुप्रबंधन, मतदान प्रतिशत का आंकड़ा जारी करने में देरी संबंधी खरगे के आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें निराधार और बिना तथ्य वाला बताया।
पांच पन्नों के जवाब में निर्वाचन आयोग ने मतदान आंकड़ा जारी करने में कुप्रबंधन और देरी के आरोपों को खारिज कर दिया तथा खरगे के आरोपों को “अनुचित”, “तथ्यहीन” और “भ्रम फैलाने के पक्षपातपूर्ण और जानबूझकर किए गए प्रयास को प्रतिबिंबित करने वाला” करार दिया। आयोग ने खरगे के उस बयान की निंदा की जिसमें उन्होंने आश्चर्य जताया था कि क्या मतदान प्रतिशत आंकड़ा जारी करने में देरी “अंतिम परिणामों में हेरफेर करने का प्रयास” है।
निर्वाचन आयोग ने कहा कि उसे मौजूदा चुनावी प्रक्रिया के बीच में सार्वजनिक रूप से जारी किया गया खरगे का पत्र “बेहद अवांछनीय” लगा और इसे सुचारू, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के संचालन में भ्रम, गलत दिशा और बाधा पैदा करने के लिए तैयार किया गया था। आयोग ने कहा, “जब आपने पूछा कि “क्या यह अंतिम परिणामों में छेड़छाड़ का प्रयास हो सकता है, तो पोस्ट की सामग्री, संकेतों और आक्षेपों के माध्यम से, चुनाव प्रबंधन की संवेदनशीलता के संबंध में असामंजस्य पैदा करती है। यह मतदाताओं और राजनीतिक दलों के मन में संदेह और संभावित रूप से अराजक स्थिति पैदा कर सकता है, यह आयोग आशा करता है कि आपका ऐसा कोई इरादा नहीं है।”

क्या है पूरा मामला?
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सहित ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दलों ने अब तक निर्वाचन आयोग को अलग-अलग पत्र लिखा है, जिसमें पहले दो चरणों के मतदान के आंकड़ों को जारी करने में कथित ‘देरी’ को लेकर चिंता व्यक्त की गई है। विपक्ष के आरोपों के बीच, निर्वाचन आयोग ने दावा किया था कि मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद ‘‘डाले गए मतों की वास्तविक संख्या’’ का बूथ-वार आंकड़ा उम्मीदवारों के पास उपलब्ध है।
पिछले सप्ताह जारी एक बयान में, निर्वाचन आयोग ने यह भी कहा था कि वह मतदान के प्रत्येक चरण के बाद मतदान के आंकड़ों को समय पर जारी करने को ‘‘उचित महत्व’’ देता है। उसने कहा कि न केवल निर्वाचन क्षेत्र, बल्कि मतदान की वास्तविक संख्या का बूथ-वार आंकड़ा भी उम्मीदवारों के पास उपलब्ध है, जो एक वैधानिक आवश्यकता है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को निर्वाचन आयोग द्वारा जारी मतदान आंकड़ों में कथित ‘‘विसंगतियों’’ के मुद्दे पर विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं को पत्र लिखा था। अपने पत्र में, खरगे ने ‘इंडिया’ के नेताओं से इस मुद्दे पर सामूहिकता, एकजुटता के साथ स्पष्ट रूप से अपनी आवाज उठाने का आग्रह किया। निर्वाचन आयोग ने आधिकारिक तौर पर 30 अप्रैल को, लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में हुए मतदान का आंकड़ा साझा किया। आयोग के आंकड़ों के अनुसार, मौजूदा लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 66.14 प्रतिशत और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

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