भगवान केदारनाथ शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान

रुद्रप्रयाग।  विश्व विख्यात भगवान केदारनाथ अगले छह माह के लिये अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान हो गये हैं। शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने पर हजारों भक्तों ने बाबा केदार का पुष्प एवं अक्षत से भव्य स्वागत किया। अब देश-विदेश से आने वाले भक्त शीतकालीन गद्दीस्थल में ही बाबा केदार के दर्शन करेंगे।
15 नवंबर को भगवान केदारनाथ के कपाट शीतकाल के लिये बंद किये गये थे। 15 नवंबर को बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली अपने पहले रात्रि विश्राम के लिये रामपुर पहुंची थी। गुरुवार को बाबा केदार की डोली ने द्वितीय रात्रि प्रवास गुप्तकाशी में किया। आज शुक्रवार सुबह बाबा केदार की डोली की सभी पूजाएं संपन्न की गईं। जिसके बाद बाबा केदार की डोली गुप्तकाशी से अपने शीतकालीन गद्दीस्थल के लिये रवाना हुई। दोपहर 12 बजे बाबा केदारनाथ की डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंची। शीतकालीन गद्दीस्थल पहुंचने पर डोली ने ओंकारेश्वर मंदिर की परिक्रमा की। जिसके बाद बाबा केदार की पंचमुखी मूर्ति को ओंकारेश्वर मंदिर के गर्भगृह में विराजमान किया गया। डोली के पहुंचने पर हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। भक्तों ने पुष्प-अक्षत से डोली का भव्य स्वागत किया। अब शीतकाल के अगले छह महीने तक बाबा केदार की पूजा-अर्चना ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर संपन्न की जायेगी। देश-विदेश से पहुंचने वाले भक्त भी बाबा केदार की पूजा-अर्चना यहीं पर कर सकते हैं।
इस साल केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुले थे। 6 महीने तक श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन केदारनाथ धाम जाकर किए थे। इस साल मौसम ने केदारनाथ जाने वाले श्रद्धालुओं की कड़ी परीक्षा ली थी। यात्रा की शुरुआत से लेकर कई महीने तक यात्रा मार्ग पर मोटी बर्फ जमी थी। बीच-बीच में ग्लेशियर टूटकर मार्ग बाधित कर रहे थे। इसके बाद भी तीर्थ यात्रियों में अपार उत्साह दिखाई दिया। 15 नवंबर को भैया दूज पर केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए थे। इस साल के चारधाम यात्रा सीजन में केदारनाथ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने इस यात्रा के इतिहास का नया रिकॉर्ड बनाया। 15 नवंबर 2023 को केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने तक बाबा केदार के 19.61 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन किए थे।