केदारनाथ में भारी निर्माण पर विधिक राय लेकर कोर्ट जाएगी कांग्रेस

देहरादून(आरएनएस)। केदारनाथ में बहुमंजिला इमारतों के निर्माण पर कांग्रेस ने एतराज जताया है। अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि पार्टी इस मुद्दे पर विधिक राय के साथ भू-विज्ञानियों से चर्चा करने के बाद कोर्ट का रास्ता इख्तियार करेगी। उन्होंने कहा कि निर्माण की इस प्रक्रिया में एक तरफ केदारघाटी भूस्खलन के कारण नीचे से खोखली हो रही है, वहीं दूसरी तरफ सरकार की ओर से बड़ी-बड़ी मशीनों को ले जाकर केदारनाथ में भारी निर्माण किए जा रहे हैं। इससे आने वाले समय में वहां बड़ा खतरा उत्पन्न हो सकता है। केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा पूरी करने के बाद रविवार को कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में माहरा ने कहा कि केदारनाथ यात्रा मार्ग पर स्थानीय व्यवसायों, तीर्थ पुरोहितों और मजदूर वर्ग के साथ भी लगातार सरकारी मनमानी की शिकायत सभी वर्गों ने की हैं। केदारनाथ यात्रा को लेकर सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही थी, लेकिन दुर्गम यात्रा होने के बावजूद रास्ते में कहीं भी स्वास्थ्य सेवाएं नजर नहीं आईं। उन्होंने कहा कहीं भी ऑक्सीजन पार्लर नजर नहीं आए, जबकि वहां सबसे अधिक परेशानी ऑक्सीजन की कमी के कारण ही होती है।
माहरा ने कहा कि स्थानीय हकहकूक धारियों से भी टैंट कॉलोनी के नाम पर 80 हजार रुपये प्रति टैंट वसूला गया है। यही नहीं प्रशासन की ओर से करीब छह हजार रुपये प्रति कच्ची दुकान के वसूले गए। इसके बाद इन्हीं दुकानदारों का वन विभाग ने 10 हजार का चालान भी काट दिया। इससे स्पष्ट है कि सरकारी विभागों में कोई संवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण के नाम पर तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय लोगों के साथ अन्याय किया जा रहा है। अतिक्रमण के नाम पर लगातार बुलडोजर चलाकर लोगों के प्रतिष्ठानों को तोड़ा जा रहा है, जिससे उनकी रोजी रोटी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ में निर्माण के नाम पर एनजीटी के आदेशों की धज्जियां खुलेआम उड़ाई जा रही हैं। केदारनाथ धाम में एक मंजिल से अधिक का निर्माण प्रतिबंधित है, लेकिन आज वहां खुलेआम बहुमंजिला भवन धड़ल्ले से बनाए जा रहे हैं। जो बड़ी आपदा को खुला निमंत्रण है। उन्होंने कहा कि ऑल वेदर रोड भी जगह-जगह आपदाग्रस्त है, लेकिन प्रशासनिक व्यवस्थाएं कहीं दिखाई नहीं दे रही हैं।
पत्रकार वार्ता में महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जसविन्दर सिंह गोगी, प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट, वरिष्ठ नेता जयेन्द्र रमोला, नगर पालिका पिथौरागढ़ के पूर्व अध्यक्ष जगत सिंह खाती आदि उपस्थित रहे।

धाम से ले जाई गई शिला वापस लाए सरकार
करन माहरा ने कहा कि केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा का उद्देश्य केदारनाथ धाम की प्रतिष्ठा के साथ हो रहे खिलवाड़ को रोकना था। जिसमें से अभी तक केवल दिल्ली के बौराड़ी में बन रहे केदारनाथ मंदिर निर्माण को रोका गया है, जो इस यात्रा की बड़ी जीत है। लेकिन केदारनाथ धाम से ले जाई गई शिला अभी तक केदारनाथ धाम वापस नहीं आई है। दिल्ली के सेठों ने क्यूआर कोड से जो चंदा एकत्र किया, वह भी अभी वापस नहीं किया गया है। क्यूआर कोड से चंदा अब भी लिया जा रहा है।


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