कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से भटके मरीज

रुड़की। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत तैनात कर्मचारियों के सामूहिक अवकाश के चलते सिविल अस्पताल में सोमवार को स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ा। लैब में जांच नहीं होने के कारण मरीज भटकते रहे।
एनएचएम कर्मचारियों ने करीब चार माह पहले नौ सूत्रीय मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार किया था। उस समय चार मांगों को मान लिया गया। बाकी पांच मांगों के लिए कर्मचारियों ने सोमवार को सामूहिक अवकाश पर रहने का ऐलान किया था। कर्मचारी दूसरे प्रदेशों की तरह उत्तराखंड में भी एनएचएम कर्मियों के लिए एचआर पॉलिसी लागू करने, मेडिकल व नॉन मेडिकल स्टॉफ की अलग-अलग श्रेणी निर्धारित करने की मांग कर रहे हैं। एनएचएम कर्मी कार्य बहिष्कार कर देहरादून पहुंचे। कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार का सबसे अधिक असर पैथोलॉजी सेवाओं पर पड़ा। हर दिन औसतन 200 लोग सिविल अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में विभिन्न जांच कराने के लिए पहुंचते हैं। सोमवार को लैब बंद मिली। अस्पताल में एक निजी लैब भी है। इस लैब में भी निशुल्क जांच की जाती है। कई लोगों को इसके बारे में पता नहीं था। इसके बाद वह वापस लौटते रहे। जिन लोगों को जानकारी थी वह अस्पताल में बनी निजी लैब में जांच के लिए पहुंचे। एक ही लैब में जांच होने पर वहां जांच के लिए ज्यादा इंतजार करना पड़ा और लंबी कतार लगी रही। कतार को देखते हुए कई लोग बिना जांच के ही वापस लौट गए। बच्चों की अलग-अलग बीमारियों की जांच के लिए बने केंद्र में भी जांच ठप रही और ताला लटका रहा।


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