कड़ी सुरक्षा में कलियर पहुंचे पाकिस्तानी जायरीन
रुड़की। शुक्रवार सुबह लाहौरी एक्सप्रेस से 150 पाकिस्तानी जायरीन रुड़की रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। स्टेशन पर पाक जायरीनों का फूल मालाओं से स्वागत किया गया। उसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें रोडवेज की छह बसों से पिरान कलियर ले जाया गया। साबिर पाक के सालाना उर्स में चार साल बाद पाक जायरीनों का जत्था पिरान कलियर पहुंचा। हर साल सालाना उर्स में पाक जायरीनों का जत्था शिरकत करने के लिए आता रहा है। लेकिन चार सालों से पाक जायरीन जियारत के लिए कलियर नहीं आ पाए। 2017 में जायरीन कलियर उर्स में आखरी बार आए थे। साबिर पाक के 754वें सालाना उर्स में अमन का पैगाम लेकर इस बार 150 जायरीन आए हैं। लाहौरी एक्सप्रेस से जायरीन सुबह छह बजे रुड़की रेलवे स्टेशन पहुंचे। रुड़की पहुंचने पर सीओ रुड़की विवेक कुमार, रेलवे के वरिष्ठ वाणिज्यिक अधिकारी अजय तोमर, रेलवे पुलिस थाना प्रभारी ममता गोला, इंस्पेक्टर गंगनहर ऐश्वर्य पाल, इंस्पेक्टर सिविल लाइंस देवेन्द्र चौहान, दरगाह निगरानी कमेटी के सदस्य एडवोकेट राव मुनफैत अली, उत्तराखंड नागरिक सम्मान समिति के सरंक्षक ईश्वर लाल शास्त्री, शायर व संयोजक अफजल मंगलौरी, रेलवे स्टेशन अधीक्षक अरुण कुमार, दरगाह प्रबंधक शफीक अहमद आदि ने जत्थे का स्वागत किया। इसके बाद जायरीनों को भारी पुलिस बल की सुरक्षा में रोडवेज की छह बसों से पिरान कलियर ले जाया गया। यहां उन्हें साबरी गेस्ट हाउस में ठहराया गया है। पाक जायरीनों की सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल सहित खुफिया विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। पाक जत्थे के टीम लीडर रियाज साबरी ने कहा की जुमे के दिन साबिर पाक की सरजमीं पर पहुंचे हैं। भारत में आकर जो प्यार मिला है उसे वह कभी नहीं भूला पाएंगे। हर साल इस धरती पर आने की तमन्ना रखते हैं नफरत से दूरियां बढ़ती हैं, जबकि इबाददत और मोहब्बत दूरियों को मिटाती है। दोनों मुल्कों की सरकारों से अपील करते हैं कि वह एक दूसरे की अवामों को आने जाने का रस्ता खोले। पाक जायरीनों ने कहा कि वह साबिर पाक से दुआ करेंगे की दोनों मुल्कों के लोगों के बीच मोहब्बत और भाईचारे के रिश्ते को मजबूत करे।
खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर
पाकिस्तान से 170 यात्रियों का जत्था शुक्रवार को रुड़की पहुंचा है। पाकिस्तानी यात्रियों के जत्थे के रुड़की पहुंचते ही खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं। पाकिस्तान से 150 यात्रियों का दल लाहौरी एक्सप्रेस से सुबह रुड़की पहुंचा यहां कलियर में चल रहे 754वें उर्स में यह भागीदारी करेंगे। आगामी पांच दिनों तक कलियर उर्स में होने वाली विभिन्न रस्मों में शामिल होने के बाद यह वापस लौट जाएंगे। इनकी सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए सुबह ही पुलिस और खुफिया विभाग ने स्टेशन को छावनी में तब्दील कर दिया।