हरिद्वार: जूना अखाड़े ने भगवान आनंद भैरव की शोभायात्रा निकाली
हरिद्वार। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के नागा संन्यासियों, साधु-संतों व श्रद्धालुओं ने मंगलवार को नगर के प्रमुख बाजारों में भगवान आनंद भैरव अर्थात बटुक भैरव की शोभायात्रा निकाली। जूना अखाड़े स्थित भगवान आनंद भैरव के पौराणिक मंदिर से आनंद भैरव की पूजा अर्चना के पश्चात रथ में सवार संन्यासियों द्वारा शोभायात्रा प्रारंभ की गई। बैंड-बाजे, ढोल-नगाड़ों के साथ-साथ श्री परशुराम अखाड़े के वीरों द्वारा तलवारबाजी, गदा, फरसा तथा अन्य अस्त्र-शस्त्रों के प्रदर्शन के साथ शोभायात्रा वाल्मीकि चौक, दत्तात्रय चौक, हर की पैड़ी, मोती बाजार, बड़ा बाजार होते हुए माया देवी मंदिर पहुंची। शोभायात्रा का स्थानीय नागरिकों, व्यापारियों तथा श्रद्धालुओं ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया तथा भगवान आनंद भैरव की पूजा अर्चना की। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक तथा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरी व अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेमगिरी ने शोभायात्रा का निर्देशन किया। आनंद भैरव मंदिर के मुख्य पुजारी वशिष्ठ गिरी ने बताया कि बुधवार को भगवान भैरव का जन्मोत्सव है। इस अवसर पर भगवान आनंद भैरव का विशिष्ट श्रृंगार किया जाएगा। पौराणिक परंपराओं और मान्यताओं के अनुसार मध्य रात्रि में भैरव भगवान का उत्सव मनाया जाएगा तथा विशेष महाआरती की जाएगी। श्री महंत हरि गिरि महाराज ने बताया कि काल भैरव भगवान शिव का रूद्र रूप है। मान्यता है कि इस दिन इनका व्रत पूजा करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। बताया कि काल भैरव को खिचड़ी, गुड़, तेल, चावल आदि का भोग लगाया जाता है। शोभायात्रा में अखाड़े के राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत महेश पुरी, श्रीमहंत पशुपति गिरी, थानापति कोठारी महंत महाकाल गिरी, महंत हीरा भारती, श्रीमहंत सुरेशनंद सरस्वती, थानापति राजेंद्र गिरी, महंत रतन गिरी, महंत राज गिरी, महंत अमृत पुरी, महंत भीषम गिरी, महंत ग्वाला पुरी सहित बड़ी संख्या में साधु-संतों और श्रद्धालु शामिल हुए।