जिला विकास प्राधिकरण के विरोध में सर्वदलीय संघर्ष समिति ने दिया धरना
अल्मोड़ा। जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग को लेकर सर्वदलीय संघर्ष समिति ने आज गांधी पार्क चौहानपाटा अल्मोड़ा में धरना दिया तथा प्रदेश की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर धरने को सम्बोधित करते हुए नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी ने कहा कि बिना पर्वतीय क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति को समझे प्रदेश की भाजपा सरकार ने नवम्बर 2017 को तुगलकी फरमान से समूचे पर्वतीय क्षेत्रों में जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण लागू कर दिया था जिसका स्थानीय जनता एवं सर्वदलीय संघर्ष समिति लगातार विरोध कर रही है। परन्तु प्रदेश सरकार ने कुछ माह पूर्व प्राधिकरण स्थगन की घोषणा मात्र कर इतिश्री कर ली। लक्ष्मण सिंह ऐठानी ने कहा कि प्रदेश सरकार को जनता की भावनाओं को समझना चाहिए एवं स्पष्ट आदेश के तहत जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त कर भवन मानचित्र स्वीकृति सम्बन्धित समस्त अधिकार पूर्व की भांति नगरपालिकाओं को देने चाहिए। प्रताप सत्याल ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार सत्ता के नशे में चूर है इसी कारण पिछले पांच वर्षों से जनता के आन्दोलन के बाबजूद भी प्राधिकरण को समाप्त नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्पष्ट रूप से यह जान ले कि जब तक सरकार इस जनविरोधी प्राधिकरण को स्पष्ट आदेश के तहत समाप्त नहीं कर देती तब तक समिति का आन्दोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में आन्दोलन को और उग्र किया जाएगा। उन्होंने सूबे के मुख्यमंत्री से मांग की है कि जनहित में अविलम्ब जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को समाप्त कर भवन मानचित्र स्वीकृति के समस्त अधिकार नगरपालिका को दिए जाएं। उन्होंने कहा कि सर्वदलीय संघर्ष समिति लगभग पांच सालों से जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण को समाप्त करने की मांग को लेकर लगातार धरने, प्रदर्शन, ज्ञापन आदि का कार्यक्रम कर रही है जिसे सरकार ने गंभीरता से लेना चाहिए और पर्वतीय क्षेत्रों की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए तुरन्त इस जनविरोधी जिला विकास प्राधिकरण को समाप्त करना चाहिए। धरने की अध्यक्षता चन्द्र मणि भट्ट तथा संचालन सभाषद हेम चन्द्र तिवारी ने किया। धरने में पालिकाध्यक्ष एवं संयोजक प्रकाश चन्द्र जोशी, कांंग्रेस जिला प्रवक्ता राजीव कर्नाटक, कांंग्रेस जिला सचिव दीपांशु पाण्डे, सभासद हेम चन्द्र तिवारी, प्रताप सिंह सत्याल, लक्ष्मण सिंह ऐठानी, महेश चन्द्र आर्या, चन्द्र कान्त जोशी, हर्ष कनवाल, आनन्दी वर्मा, चन्द्र कान्त जोशी, चन्द्र मणि भट्ट, नारायण दत्त पाण्डे, महेन्द्र सिंह बिष्ट, ललित मोहन जोशी, ललित मोहन पन्त, अख्तर हुसैन, एम०सी०काण्डपाल, हीरा देवी सहित दर्जनों लोग शामिल रहे।