जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए बने कानून

नई टिहरी(आरएनएस)।  अखिल भारतीय किसान सभा ने जंगली जानवरों के बढ़ते आतंक के खिलाफ बुधवार को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बंदर, सूअर, भालू, गुलदार और लावारिस पशुओं से किसानों की खेती व जान माल की सुरक्षा के सवाल पर सरकार को घेरा। मौके पर जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने की मांग की। बुधवार को किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजाराम सेमवाल के नेतृत्व में नए बस अड्डे से रैली की शुरुआत करते हुए रुद्रा बैंड पहुंची। इसके बाद रुद्रा बैंड से वापस मुख्य बाजार होते हुए पेट्रोल पंप तक पहुंची। इस दौरान किसानों ने जंगली जानवरों से खेत खलिहानों व लोगों की सुरक्षा के लिए सरकार की ओर से कोई ठेस उपाय न उठाए जाने पर विरोध किया। इससे पूर्व नए बस अड्डे मे आयोजित सभा को संबोधित करते हुए राजाराम सेमवाल ने कहा कि बंदरों, सूअरों व जंगजी जानवरों के आतंक के सवाल पर देश भर में जिला मुख्यालय एवं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर पर आंदोलन किया जा रहा है। उन्होंने सरकार से बंदर, सूअर आदि जंगली जानवरों के आतंक पर रोक लगाने के लिए तत्काल कानून बनाने की मांग करते हुए किसानों को निजात दिए जाने की मांग की। सभा में वक्ताओं ने कहा कि समूचे देश में जंगली जानवरों के आतंक से किसानों ने खेती करना बंद कर दिया है। कहा कि आज यह हालात पैदा हो गए हैं कि गांव में किसानी करने वाला व्यक्ति जंगली जानवरों के आतंक से बहुत परेशान हो गया है। जबकि शहरों में भी बंदरों का आतंक दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। प्रदर्शनकारियों में सीटू जिला मंत्री वीरेंद्र गोस्वामी, जिलाध्यक्ष अषाड़ सिंह धिरवाण, पूर्व अध्यक्ष दौलत सिंह रावत, जय सिंह नेगी, नरेंद्र रावत, भावना रावत, जसपाल लाल, प्रताप लाल, बलवंत लाल आदि मौजूद थे।