हाईटेंशन लाइन में फॉल्ट से नारसन के लोग परेशान

रुड़की(आरएनएस)।  मंगलौर फीडर से जंगल के रास्ते होकर नारसन विद्युत उपकेंद्र आ रही करीब दस किलोमीटर लंबी हाईटेंशन लाइन मुसीबत का सबब बन गई है। लाइन में आए दिन फॉल्ट होने की वजह से कई-कई घंटे तक विद्युत आपूर्ति बंद रहने से इलाके के हजारों उपभोक्ता परेशान हैं। बुधवार को भी इस लाइन में फॉल्ट आने की वजह से कई घंटे तक बिजली आपूर्ति बाधित रही। नारसन विद्युत उपकेंद्र से कस्बे समेत करीब दस गांव जुड़े हुए हैं। इसके अलावा आसपास लगी छोटी-बड़ी कई कंपनियों को भी इस उपकेंद्र से ही विद्युत सप्लाई होती है। विद्युत उपकेंद्र पर मंगलौर फीडर से आ रही 33 हजार केवी की हाईटेंशन लाइन कई वर्षों से लोगों और विद्युत कर्मियों के लिए बेहद सरदर्द बनी हुई है। लाइन में आए दिन ज्यादा फॉल्ट आने की वजह से जहां हजारों उपभोक्ता परेशान होते हैं। वहीं विद्युत कर्मी भी इस वजह से भारी परेशान हैं। कभी-कभी रात के समय आने वाले फॉल्ट को ढूंढने में काफी समय लगने पर पूरी-पूरी रात इलाके के लोग अंधेरे में रहते हैं। इसका कोई ठोस समाधान नहीं निकलने से हल्की बरसात या हवा चलने पर ही लाइन में अक्सर फॉल्ट आ जाता है। बुधवार को भी उमस भरी गर्मी में लोगों को करीब तीन घंटे से ज्यादा समय तक आपूर्ति नहीं आने की वजह से परेशान रहना पड़ा। नारसन विद्युत केंद्र पर तैनात जेई ईश्वर चंद्र ने बताया कि उपकेंद्र आ रही लाइन काफी लंबी है। इसके अलावा जंगल के रास्ते आ रही लाइन के आसपास काफी पेड़ खड़े हुए हैं। किसान पेड़ काटने नहीं देते और हवा चलने पर पेड़ लाइन को छू जाते हैं जिसकी वजह से लाइन में अक्सर फॉल्ट होता है। हाईटेंशन लाइन का कोई और विकल्प नहीं होने की वजह से समस्या गंभीर बनी हुई है। विद्युत कुर्मी बरसात में भी लाइन दुरुस्त करने के लिए लगाए जाते हैं।