जिंदगी की जंग लड़ रहे एसपी ट्रैफिक राजीव मोहन नहीं रहे

हल्द्वानी। 23 दिन तक कोरोना से जिंदगी की जंग लड़ रहे एसपी ट्रैफिक राजीव मोहन नहीं रहे। मंगलवार को दिल्ली के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अपनी कार्यशैली और व्यवहार से सबको कायल बना लेने वाले अफसर के निधन से पूरे महकमे में शोक की लहर दौड़ गई। पुलिस मुख्यालय की ओर से भी ट्वीट कर राजीव मोहन के निधन पर शोक जताते हुए श्रद्धांजलि दी गई। एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी समेत पुलिस अधिकारियों ने गहरा दुख जताया और दिवंगत की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।
मूल रूप से अल्मोड़ा में चौखुटिया तहसील के पुराना डांग ग्राम निवासी राजीव मोहन (40) बीती 27 दिसंबर को कोरोना की चपेट में आए थे। इसके बाद उन्हें एसटीएच में भर्ती किया गया था। यहां तबीयत बिगडऩे पर उन्हें दो यूनिट प्लाज्मा भी चढ़ाया गया था। इसके बावजूद तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ। इसके बाद उनकी स्थिति गंभीर होती गई तो उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया गया। 23 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझते हुए एसपी मंगलवार को कोरोना से जंग हार गए। बताया जा रहा है कि उन्हें शुगर और निमोनिया की शिकायत भी थी। वर्ष 2009 में उन्होंने पुलिस उपाधीक्षक के पद से नौकरी की शुरुआत की। पहली तैनाती उन्हें पिथौरागढ़ में मिली, यहां उन्होंने वर्ष 2013 तक सेवाएं दी। इसके बाद ऊधमसिंहनगर, हरिद्वार, आईआरबी प्रथम रामनगर, में भी सेवाएं दी। 2 जनवरी 2019 को नैनीताल में उनकी अपर पुलिस अधीक्षक पर पदोन्नति हुई थी।
दोपहर में दिल्ली से एसपी यातायात राजीव मोहन के निधन की सूचना मिली। दिल्ली के निजी अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था। पूरे विभाग की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।


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