अगर आप जाना चाह रहे हैं हेमकुंड साहिब तो जान लें ये नियम

चमोली। हेमकुण्ड साहिब की यात्रा व्यवस्थाओं को चाक चौबंद करने के लिये जिला मुख्यालय गोपेश्वर में प्रशासन की महत्वपूर्ण बैठक हुई। डीएम स्वाति भदौरिया ने यात्रा को लेकर सोमवार को क्लक्ट्रेट सभागार में यात्रा से जुड़े सभी अधिकारियों की बैठक लेते हुए व्यवस्थाओं को तत्काल सुचारू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यात्रा व्यवस्थाओं से जुड़े कार्यों में किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पवित्र तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के कपाट 4 सितंबर को सुबह 10 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। यात्रा लगभग एक महीने और 5 दिनों तक चलेगी।
एक दिन में सिर्फ 200 यात्रियों को अनुमति
जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण इस बार हेमकुण्ड साहिब की यात्रा पर आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को 72 घंटे पहले कोविड का पीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। पीसीआर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट वाले श्रद्धालुओं को ही यात्रा की इजाजत रहेगी और एक दिन में अधिकतम 200 श्रद्धालुओं को ही अनुमति दी जाएगी।
इस बार यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चर की व्यवस्था न होने के कारण उन्होंने गुरुद्वारा प्रबंधक को बाहर से आने वाले उम्र दराज श्रद्वालुओं को यात्रा पर न आने की सलाह अवश्य देने को कहा ताकि यात्रा के दौरान कोई समस्या न आए। यात्रा के दौरान गुरुद्वारों में शारीरिक दूरी, मास्क पहनना एवं कोविड के सभी नियमों का पालन करना भी अनिवार्य रहेगा। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने गुरुद्वारा प्रबंधन समिति को इस बार यात्रा की गाइड लाइन का व्यापक प्रचार प्रसार करने पर भी जोर दिया। ताकि जानकारी के अभाव में किसी को भी कोई परेशानी न रहे। इस दौरान पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, अपर जिलाधिकारी एमएस बर्निया, एसडीएम अनिल कुमार चनियाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी जीएस राणा, गुरूद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह सहित सडक़, विद्युत, पेयजल, पर्यटन आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
हेमकुंड पैदल यात्रा मार्ग पर बर्फ पिघल चुकी है। पैदल मार्ग पर डेंजर स्थानों को ठीक किया जा रहा है। गोविन्द घाट से पुलना तक सडक़ सुचारू है। यात्रा मार्ग पर विद्युत एवं पेयजल की आपूर्ति सुचारू कर ली गई है।


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