हेलंग, भू-कानून और वृक्ष सरंक्षण अधिनियम को लेकर प्रदर्शन
देहरादून। हेलंग एकजुटता मंच के आह्वान पर सोमवार को प्रदेश के साथ ही दून में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर सीएम को ज्ञापन प्रेषित किया गया। हेलंग की पांच सूत्रीय मांगों को अलावा देहरादून में प्रदर्शनकारियों ने हिमाचल प्रदेश जैसा भू-कानून लागू करने और वृक्ष संरक्षण अधिनियम में संशोधन कर पेड़ काटने की छूट देने का विरोध किया। सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए भू-कानून संयुक्त संघर्ष मोर्चा और हेलंग एकजुटता मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि पर्यावरण व स्थानीय समाज के खिलाफ एक के बाद लिए जा रहे फैसले के दूरगामी परिणाम होंगे। प्रदर्शन में उत्तराखंड महिला मंच, भारत ज्ञान विज्ञान समित, उत्तराखंड किसान सभा, सिटीजन फॉर ग्रीन दून, जन संवाद समिति, विकल्प सामाजिक संगठन, चेतना आंदोलन, जन हस्तक्षेप, युवा शक्ति संगठन, एनएपीएसआर, स्वराज अभियान, नेताजी संघर्ष समिति सहित दर्जन भर संगठनों के लोगों ने हिस्सा लिया। आंदोलनकारी पहले शहीद स्थल पर एकत्रित हुए। यहां वृक्ष संरक्षण अधिनियम में संशोधन के सरकार के प्रस्ताव को लेकर बातचीत की गई। पर्यावरणविद् प्रो. रवि चोपड़ा ने इस मौके पर उत्तराखंड वृक्ष संरक्षण अधिनियम का मसौदा पेश किया और तय हुआ कि यह मसौदा सरकार को सौंपा जाएगा। इसके बाद आंदोलनकारी जनगीत गाते, नारेबाजी करते हुए कचहरी परिसर से डीएम ऑफिस पहुंचे। प्रदर्शनकारिंयों ने हेलंग में महिलाओं से दुर्व्यवहार पर चमोली डीएम को वापस भेजने के नारे लगाये। उत्तराखंड महिला मंच की अध्यक्ष कमला पंत ने महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई लगातार आगे बढ़ाने का संकल्प दिलाया। मुख्यमंत्री प्रेषित सात सूत्रीय ज्ञापन में चमोली डीएम को हटाने, हेलंग में गुपचुप तरीके से टीएचडीसी को जमीन देने का षडयंत्र करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने, 15 जुलाई की घटना में शामिल पुलिस और सीआईएसएफ कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने, मलबा नदी में फेंकने पर टीएचडीसी पर मुकदमा करने, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की घटना की न्यायिक जांच करवाने, सख्त भू-कानून लागू करने और पेड़ काटने की खुली छूट न दिये जाने की मांग की गई है। प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रो. रवि चोपड़ा, कमला पंत, निर्मला बिष्ट, कमलेश खंतवाल, सतीश धौलाखंडी, अनुज पंत, सुरेन्द्र सिंह सजवाण, ऊमा भट्ट, हिमांशु अरोड़ा, रुचि सिंह, जया सिंह, चंद्रकला, हेमलता, शांता नेगी, शंकर गोपाल, शांति सेमवाल, कमलेश्वरी बडोला, रजनी नेगी, रीना थापा, आरिफ खान, प्रेमलता बलूनी, प्रभात डंडरियाल, मनीष पांडे, धीरज मेहरा, सुनीता नेगी, विपिन गैरोला, शंकुंतला, सतेश्वरी, राजबाला, नीमा देवी सेमवाल, राजेश्वरी नेगी, शांति रावत, रचना, विनीता, शकुंतला ने हिस्सा लिया।