गुमशुदा पति की पेंशन पाने को 14 सालों से पत्नी काट रही सरकारी कार्यालयों का चक्कर
पिथौरागढ़। सीमांत में एक महिला अपने गुमशुदा पेंशनर पति की पेंशन पाने के लिए 14 सालों से सरकारी कार्यालयों का चक्कर काट रही हैं, लेकिन अब तक उन्हें राहत नहीं मिल सकी। महिला का कहना है पेंशन सुविधा नहीं मिलने से वह आर्थिक संकट से जूझ रही हैं। शुक्रवार को चंडाक निवासी चंद्रकला ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को ज्ञापन भेजा। कहा उनके पति गोविंद सिंह बंगाल इंजीनियर में नायक पद पर कार्यरत थे। वर्ष 2009 के दौरान वह सेवानिवृत्त हुए। कहा दिसंबर 2010 में पेंशन भुगतान के लिए उन्होंने अपने अभिलेख डाक से लखनऊ स्थित एसबीआई को भेजा, जहां पहले से ही उनका खाता था। बताया 20 दिसंबर को वह पेंशन संबंधी कार्य से स्वयं लखनऊ गए, लेकिन घर नहीं लौटे। उन्होंने लखनऊ कैंट पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी लिखाई। लेकिन उनका कहीं कुछ पता नहीं चला। कहा गुमशुदा पति की सीपीपीसी सीडीए पेंशन को लेकर वह लखनऊ एसबीआई में वर्षो से पत्राचार कर रही हैं, लेकिन उन्हें कोई राहत नहीं मिली। चंद्रकला ने कहा पेंशन के अलावा उनके पास आजीविका का कोई साधन नहीं है। पेंशन न मिलने से उनके लिए अपने परिवार का भरण-पोषण करना चुनौती बन गया है। उन्होंने रक्षा मंत्री से मामले में आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की।