गुमदेश क्षेत्र में गौरा महोत्सव का आगाज

चम्पावत। लोहाघाट के गुमदेश क्षेत्र में आठ दिवसीय गौरा महोत्सव का आगाज हो गया है। इस दौरान महिलाओं ने विभिन्न मार्गों से गौरा देवी की प्रतिमा को मंदिर तक लाए। गुरुवार को चमदेवल के चौखाम बाबा मंदिर में भाजयुमो जिलाध्यक्ष मोहित पाठक ने गौरा महोत्सव का शुभारंभ किया। पुरोहित मदन कलौनी ने मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना संपादित की। महोत्सव के शुभारंभ में महिलाओं ने गौरा देवी की प्रतिमा को डोले में सजाकर गौरा देवी मंदिर तक ले गई। उन्होंने मंगलगीतों का गायन किया। इस दौरान पुरुषों ने गोल घेरे में गौरा, धूमारी, चाली का गायन और नृत्य किया। गौरा गायन में महाभारत के भीम सिंह योद्धा रिस रिसाना, शेर का पछिल पडन लाग्या, आयो मेर हाथ शेर को काल, शेर का भीम सिंह पड़ गया पछिल और चाली में भीम सिंह मन खुशी भ्यान, हाथ जोड़ी पांव पड्यूना, शिवजी बोलन लाग्या मन इच्छा वरदान मांग आदि गीतों का गायन किया गया। यहां पुष्पा कलौनी, दीपा देवी, जानकी देवी, रेखा‌ देवी, बसंती देवी, गंगा देवी, रेवती देवी, निर्मला देवी आदि रहे।