गृह व बोर्ड परीक्षाएं एक साथ कराने के फैसले का विरोध शुरू

पिथौरागढ़। प्रदेश में गृह व बोर्ड परीक्षाएं एक साथ कराने के सरकार के फैसले का विरोध शुरू हो गया है। विरोध भी स्वयं शिक्षकों ने किया है। शिक्षकों का कहना है कि यह फैसला गलत है। बोर्ड परीक्षाओं को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए लगभग सभी शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाती है। इन हालातों में गृह परीक्षाएं कैसे संचालित होंगी, सरकार को इस पर गंभीरता से सोचना होगा। राजकीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष गोविंद भंडारी सहित अन्य शिक्षकों ने बोर्ड व गृह परीक्षाएं साथ कराने के फैसले का विरोध किया है। भंडारी ने कहा सरकार का यह निर्णय अव्यवहारिक व बगैर सोचे-समझे लिया गया फैसला है। कहा बोर्ड परीक्षाओं के दौरान सभी शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जाती है। उन्हें अपने स्कूलों को छोड़ दूसरे केंद्रों में जाना पड़ता है। यदि इसी दौरान गृह परीक्षा कराई जाती है तो इन हालातों में इन्हें कौन संचालित करेगा। बोर्ड परीक्षाएं दो पालियों में संपन्न होंगी। ऐसे में बोर्ड परीक्षा केंद्र बनाए गए स्कूलों में गृह परीक्षा कैसे संपन्न कराई जाएंगी, यह समझ से परे है। कहा इस गलत फैसले पर सरकार को गंभीरता से सोचना होगा। यह फैसला नहीं बदला गया तो विरोध होगा।


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